नई दिल्ली: भारतीय महिला अंडर-17 फुटबॉल टीम के कोच थॉमस डेन्नेर्बी इस बात से खुश है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन में अपने घरों में फंसने के बावजूद जूनियर खिलाड़ियों ने अपने फिटनेस के स्तर को बरकरार रखा.
डेन्नेर्बी ने लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ियों की फिटनेस बरकरार रखने के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के ऑनलाइन कार्यक्रम का शुक्रिया अदा किया. खिलाड़ियों ने भी एआईएफएफ के इस पहल की तारीफ की.
एआईएफएफ की ओर से जारी बयान में स्वीडन के 60 साल के कोच ने कहा, "सभी लड़कियां (खिलाड़ी) अपने घरों में थी, ऐसे में समर्थन के लिए एआईएफएफ की सराहना की जानी चाहिए. प्रबंधन के इस कदम से पूरी टीम का हैसला बढ़ेगा."
कोच ने कहा, "हम खिलाड़ियों की फिटनेस की निगरानी कर रहे हैं और उनके साथ ऑनलाइन बातचीत और सत्र कर रहे हैं. हम शिविर के फिर से शुरू होने के निर्देश का इंतजार कर रहे है. हमने ऑनलाइन बातचीत में यह सुनिश्चित किया है कि फिटनेस स्तर और सामाजिक परिस्थितियां सब के नियंत्रण में रहे."
भारतीय टीम के मध्यपंक्ति की खिलाड़ी मार्टिना थॉकचोम ने मुश्किल समय में एआईएफएफ के समर्थन की तारीफ की.
मणिपुर की इस खिलाड़ी ने कहा, "मैं समझती हूं कि यह हम सभी के लिए कठिन समय है. लेकिन मैं एआईएफएफ के समर्थन के लिए बहुत आभारी हूं. महासंघ के अधिकारियों ने कई बार फोन किया और व्यक्तिगत स्तर पर बातचीत की जिससे हमारा मनोबल बना रहा."
टीम की एक अन्य खिलाड़ी झारखंड की नीतू लिंडा ने कहा, "हमारे कोच और कर्मचारी ऑनलाइन सत्र और अभ्यास के माध्यम से लगातार हमारे संपर्क में हैं. इसके अलावा महासंघ हमारी दूसरी जरूरतों को भी खयाल रख रहा है."
फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप इस साल नवंबर में भारत में खेला जाना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उसे अगले साल के लिए टाल दिया गया है. टूर्नामेंट अब 17 फरवरी से सात मार्च तक खेला जाएगा.