बेंगलुरू की टीम मीकू की वापसी से मजबूत हुई है और साथ ही साथ नए खिलाड़ी विंगर-मिडफील्डर लुइसमा विला भी उसे मजबूती प्रदान करेंगे. बेंगलुरू को हालांकि इस बात की चिंता सता रही होगी कि उसके कप्तान सुनील छेत्री लम्बे समय से गोल नहीं कर सके हैं. 600 से अधिक मिनट मैदान पर बिताने के बाद भी छेत्री विपक्षी टीम का पोस्ट भेद नहीं सके हैं.
The South Indian rivalry will be re-ignited tonight as @KeralaBlasters travel to face @bengalurufc in this action-packed derby!
— Indian Super League (@IndSuperLeague) February 6, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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दो बार फाइनल खेल चुकी यह टीम अब प्लेऑफ की दौड़ से बाहर है और शीतकालीन ब्रेक से पहले उसके कोच डेविड जेम्स भी उसे छोड़ गए थे. अब नीलो विंगाडा उनके स्थान पर आए हैं और दो मैचों में टीम को जीत नहीं दिला सके हैं. उनकी देखरेख में केरल को एक मैच में हार मिली है और एक मैच ड्रॉ रहा है.
केरल की टीम इस सीजन में मौकों को नहीं भुना पाई है. इस सीजन में उसे 139 मौके मिले लेकिन वह सिर्फ 13 को गोल में बदल सकी है. इस टीम ने डिफेंस में भी काफी खराब प्रदर्शन किया है. इस टीम के डिफेंडरों ने कुल 23 गोल खाए हैं. अब जबकि उसके सामने बेंगलुरू जैसी मजबूत टीम है और वह भी अपने घर में खेल रही होगी तो उसे हराने के लिए केरल के खिलाड़ियों को एक इकाई में खेलते हुए अपना बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा.
केरला अपना सम्मान बचाने के लिए खेलेगी लेकिन विपक्षी टीम से बेहतर करना उसके लिए प्ररेणा हो सकती है. वहीं बेंगलुरू अंकतालिका में अपने दबदबे को बरकरार रखना चाहेगी.