बर्लिन: इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) की मौजूदा चैंपियन लिवरपूल के मुख्य कोच जुर्गेन क्लॉप ने जर्मनी की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का कोच बनने की किसी भी संभावना से इनकार किया है. जर्मनी फुटबॉल टीम के मुख्य कोच जोआचिम लो यूरो 2020 टूर्नामेंट के बाद अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. लो के मार्गदर्शन में ही जर्मनी ने 2014 में फीफा विश्व कप जीता था.
इसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि जर्मनी अंडर-21 टीम के कोच स्टेफन कुंज इस जिम्मेदारी को संभाल सकते हैं. लेकिन उनके अलावा लिवरपूल के कोच जुर्गेन क्लॉप भी जर्मनी के राष्ट्रीय फुटबॉल के मुख्य बनने की दौड़ में आगे माना जा रहा था.
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क्लॉप ने कहा है कि वह जर्मनी के राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के संभावित कोच के रूप में उपलब्ध नहीं रहेंगे क्योंकि उनके पास लिवरपूल के साथ अभी तीन साल और बचे हुए हैं.
क्लॉप ने कहा, "नहीं, मैं गर्मियों में या गर्मियों के बाद जर्मन की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के संभावित कोच के रूप में उपलब्ध नहीं रहूंगा."
उन्होंने लिवरपूल में ही बने रहने की इच्छा जताते हुए कहा, "मेरे पास अभी लिवरपूल के साथ तीन साल और बाकी हैं. यह एक साधारण स्थिति है, क्योंकि आप एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करते हैं और आप उस पर टिकने की कोशिश करते है."
गौरतलब है कि 61 साल के लो करीब 15 साल तक अपने पद पर रहने के बाद मुख्य कोच पद से इस्तीफा देंगे. 2018 में रूस हुए विश्व कप में जर्मनी के खराब प्रदर्शन के बावजूद उन्हें कोच पद पर बनाए रखा गया था.
जर्मन फुटबॉल संघ (डीएफबी) ने इस बात की पुष्टि की है कि लो ने यूरोपियनशिप के बाद अपना पद छोड़ने का फैसला किया है. संघ ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "2021 यूरोपियनशिप के बाद जोआचिम लो राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच पद से इस्तीफा देंगे. 2022 विश्व कप तक लो का कार्यकाल था, लेकिन उन्होंने अपना अनुबंध खत्म करने को कहा है."
लो ने इस फैसले के लिए डीएफबी का आभार व्यक्त किया और कहा कि 15 साल तक जर्मनी का मुख्य कोच बने रहना उनके लिए गर्व की बात है.