नई दिल्ली: भारतीय फुटबॉल टीम के सहायक कोच शनमुगम वेंकटेश का मानना है कि अनुभवी डिफेंडर संदेश झिंगान के लिए देश के बाहर फुटबॉल लीग में अपनी किस्मत आजमाने का ये अच्छा समय है.
झिंगान, 2014 में इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम केरला ब्लास्टर्स के साथ जुड़ने के बाद से लगातार राष्ट्रीय टीम के सदस्य बने हुए हैं. वो 20 साल की उम्र में आईएसएल क्लब केरला ब्लास्टर्स से जुड़े थे.
उसके बाद से झिंगान दो बार (2014 और 2016) केरला ब्लास्टर्स को फाइनल में पहुंचने में अहम योगदान दे चुके हैं. झिंगान ने केरला के लिए 76 मैच खेले थे और इस साल वो क्लब से अलग हो गए हैं.
वेंकटेश ने भारतीय फुटबॉल टीम के इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान कहा, "हमें मैदान के अंदर संदेश जैसे खिलाड़ियों की जरूरत है. मुझे लगता है कि संदेश को बाहर जाना और कुछ विदेशी लीग में खेलना जरूरी है."
उन्होंने कहा, "उनके लिए ये सही समय है. मैं इसलिए ये कह रहा हूं क्योंकि हर कोई पूछ रहा कि भारतीय फुटबॉल में कैसे सुधार किया जा सकता है. इस सवाल का मेरा जवाब ये है कि कम से आठ या नौ फुटबॉलरों को भारत के बाहर खेलना चाहिए."
सहायक कोच ने कहा, "यहां तक कि एशिया में हमारे पास, जे लीग, यूएई लीग और अन्य लीग है. मुझे लगता है कि संदेश अब बाहर खेलने के लिए तैयार है. वो बहुत ही प्रतिबद्ध खिलाड़ी है और वो प्रत्येक मैच में खेलना चाहते हैं."
झिंगान पिछले साल अगस्त में चोटिल हो गए थे और इससे उन्हें 2019-20 सीजन में पूरे समय तक के लिए बाहर बैठना पड़ा था और इस दौरान केरला ब्लास्टर्स को आईएसएल में सातवें स्थान पर रहना पड़ा था.
भारत के लिए 36 मैच खेलने वाले झिंगान चोटिल होने के कारण भारत के फीफा विश्व कप क्वालीफायर्स मुकाबले में भी नहीं खेल पाए थे.