कोच्चि: राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के अनुभवी डिफेंडर संदेश झिंगन ने बुधवार को इंडियन सुपर लीग क्लब केरला ब्लास्टर्स से छह साल का अपना नाता तोड़ दिया. पांच साल पहले अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में पदार्पण के बाद से भारत के लिए 36 मैच खेल चुके झिंगन और ब्लास्टर्स ने आपसी सहमति से यह फैसला किया.
क्लब के एक सूत्र ने बताया, "संदेश अब क्लब के साथ नहीं है. यह फैसला आपसी सहमति से हुआ."
झिंगन ब्लास्टर्स के डिफेंस की रीढ थे और दो बाद टीम को आईएसएल फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. वह क्लब के लिए 76 मैच खेल चुके हैं लेकिन चोट के कारण पिछला सत्र नहीं खेल सके थे.
टीम के बारे में बात करते हुए संदेश झिंगन ने कहा है कि वह अगर एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं तो कोच के तौर पर भारत को विश्व कप के लिए क्वालीफाई करवाने में हर तरह से मदद देना चाहेंगे. 26 साल का यह खिलाड़ी लंबे समय से भारतीय टीम के सेंटर बैक की जिम्मेदारी को संभाले हुए है.
फीफा डॉट कॉम ने झिंगन के हवाले से लिखा है, "हमें विश्व कप का सपना देखना चाहिए. यह ऐसा सपना है जो मैंने भी देखा है. यह ऐसी चीजें हैं जो मैं संन्यास लेने से पहले हासिल करना चाहता हूं. अगर मैं एक खिलाड़ी के तौर पर इसे हासिल नहीं कर पाता हूं तो मैं कोच के तौर पर भारत को यह मुकाम दिलाने में मदद करना चाहूंगा."
उन्होंने कहा, "लेकिन हमें समझना होगा कि हमें इस तरफ कदम बढ़ाने होंगे. पिछले साल का एशियाई कप और सभी तरह की चीजें इस बड़े सपने की तरफ एक कदम हैं."
झिंगन ने कहा कि टीम का पिछले साल हुए एशियाई कप का प्रदर्शन बताता है कि टीम कितनी दूर तक आई है.
झिंगन ने कहा, "पिछला एशियाई कप हमारे लिए सीखने का अच्छा खासा अनुभव रहा था. आपको अपना सर्वश्रेष्ठ देना होता है और अगर यह वैसा नहीं होता जैसा इसे होना चाहिए, तो आपको सीखना चाहिए."
उन्होंने कहा, "हालिया दौर में चीजें काफी अच्छी रही हैं. हमने लगातार चार मैच बिना गोल खाए निकाले थे और हम 13 मैचों में अजेय रहे थे."