जाग्रेब (क्रोएशिया) : स्टीमाक क्रोएशिया की उस टीम का हिस्सा थे जो 1998 विश्व कप में तीसरे पायदान पर रही थी. सूकर भी उस समय टीम में मौजूद थे और उन्होंने स्टीमाक के साथ मिलकर टूर्नामेंट में क्रोएशिया की सफलता में अहम योगदान दिया.
स्टीमाक के अनुभव से बहुत फायदा होगा
सूकर फिलहाल, क्रोएशिया फुटबॉल माहसंघ के अध्यक्ष हैं और उनका मानना है कि भारतीय टीम को स्टीमाक के अनुभव से बहुत फायदा होगा. सूकर ने बताया, "इगोर स्टीमाक अपने समय में दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी थे. उनके पास क्रोएशिया की राष्ट्रीय टीम और स्पेन एवं इंग्लैंड में खेलने का अच्छा अनुभव है."
भारतीय फुटबॉल की मदद करेगा
सूकर ने कहा, "हमें 1998 विश्व कप में एकसाथ क्रोएशिया के लिए कांस्य पदक जीतने में बहुत आनंद आया. इगोर एक समर्पित खिलाड़ी थे और फिलहाल, एक अच्छे कोच हैं. वह युवा और अनुभवी दोनों खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन होंगे, वह जीतने के लिए शानदार तरीके निकालते हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि क्रोएशियाई फुटबॉल का उनका ज्ञान और पिछले विश्व कप में उन्हें मिला अनुभव भारतीय फुटबॉल की मदद करेगा."
सूकर की अध्यक्षता में क्रोएशिया की टीम 2018 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की तकनीकी समिति ने गुरुवार को स्टीमाक को भारतीय फुटबॉल टीम के नए मुख्य कोच के तौर पर चुना और उनके नाम को कार्यकारी समिति के पास मंजूरी के लिए भेजा था.