पेरिस: यूरोपियन फुटबॉल की शीर्ष संस्था यूएफा के पूर्व प्रमुख मिशेल प्लाटिनी को 2022 विश्व कप की मेजबानी कतर को सौंपने की जांच के संदर्भ में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया.
गौरतलब है कि फ्रांस के दिग्गज फुटबॉलर रहे प्लाटिनी को 2007 में यूरोपीय फुटबॉल की संचालन संस्था का प्रमुख चुना गया था. कतर को 2022 विश्व कप की मेजबानी सौंपने के मामले की जांच कर रही फ्रांस की भ्रष्टाचार रोधी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है.
2007 से 2015 तक यूईएफए के अध्यक्ष रहने वाले माइकल प्लाटिनी ने 2011 में फीस ली थी और उन्हें संगठन की आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए चार साल के बर्खास्त कर दिया गया था जो अक्टूबर में खत्म होगा. उन्होंने तब के फीफा अध्यक्ष जोसप ब्लैटर द्वारा कहने के बाद फीस ली. साल 1998 से 2002 के बीच में हुए काम की कुल कीमत 18 लाख यूरो थी.
प्लाटिनी और ब्लैटर पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप 2015 में हट गए, लेकिन उन्हें कई नियम तोड़ने का दोषी पाया गया जिसमें हितों के टकराव का मामला भी शामिल है. 2011 में ब्लैटर ने प्लाटिनी को 20 लाख स्विस फ्रांक ट्रांसफर किए.
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी के खेल सलाहकार सोफी डियोन और एलिसी पैलेस के पूर्व महासचिव क्लाउड गुयंट को भी कथित तौर पर गवाही देने के लिए कहा गया था.
2016 में फ्रांस के राष्ट्रीय वित्तीय अभियोजक ने कतर को मेजबानी देने के मामले में कथित भ्रष्टाचार की जांच शुरू की जिसके लिए दिसंबर 2017 में प्लाटिनी ने पहले गवाह के रूप में गवाही दी.
प्लेटिनी ने कतर के लिए अपना वोट डालने से कुछ दिन पहले पूर्व फुटबॉल अधिकारी मोहम्मद बिन हम्माम के साथ गुप्त रूप से एक बैठक आयोजित करने की बात मानी, लेकिन यह सुनिश्चित किया कि इससे उनके फैसले पर कोई असर नहीं पड़ा.
प्लैटिनी और ब्लैटर दोनों को 2015 में अपने पदों से बर्खास्त कर दिया गया था.