कोलकाता: भारतीय महिला फुटबॉल टीम की खिलाड़ी बाला देवी जिनका कि स्कॉटलैंड के फुटबॉल क्लब रेंजर्स के साथ करार हैं, ने विश्वव्यापी लॉकडाउन के दौरान ग्लास्गो में ही रहने का फैसला किया था. 30 साल की बाला देवी हालांकि अब रविवार से शुरू हुई स्कॉटिश महिला प्रीमियर लीग में रेंजर्स एफसी के साथ वापस मैदान पर लौट आई हैं.
रेंजर्स की टीम रविवार को हार्ट्स वुमैन के खिलाफ मुकाबले से लीग में अपने अभियान की शुरुआत की और बाला देवी मैच के दूसरे हाफ में बतौर सब्सिट्यूट के रूप में रेंजर्स एफसी के लिए मैदान पर उतरी. रेंजर्स ने इस मैच में हार्ट्स वुमैन को 5-1 से हरा दिया.
बाला ने एआईएफएफ की वेबसाइट से कहा, " दोबारा से फुटबॉल मैदान पर लौटना काफी अच्छा था. कई महीनों से मैदान से दूर रहना अच्छा अहसास नहीं था. लेकिन उस दौरान हमने जो भी कड़ी मेहनत की थी अब जीत में उसका परिणाम सामने आने लगा है. लेकिन यह अभी केवल शुरुआत है और अभी आगे लंबा सीजन है."
बाला ने हार्ट्स वुमैन के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पहले लगभग दो महीने तक कड़ी ट्रेनिंग की थी.
उन्होंने कहा, "पहले महीने मैं काफी अकेली महसूस कर रही थी क्योंकि अन्य सभी खिलाड़ी अपने अपने घर चले गए थे क्योंकि उनके घर आसपास ही थे. यहां सिर्फ कुछ और लोग थे और मैं वास्तव में यहीं थीं."
बाला ने आगे कहा, "लेकिन मैं हर किसी के संपर्क में रहती थी और इससे मुझे मदद मिलती थी. कोच भी मेरा बहुत ख्याल रखते थे. लॉकडाउन खत्म होने के बाद वे मुझे शॉपिंग के लिए भी ले गए. ये बहुत बड़ी छोटी चीजें हैं, लेकिन वे मदद करते हैं."
बाला ने जनवरी में रेंजर्स फुटबॉल क्लब के साथ करार किया था. उनका यह करार 18 महीनों का हो जो नवंबर में रैंजर्स के साथ ट्रायल्स के बाद लिया गया था. वह रैंजर्स की पहली एशियाई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं.
बाला भारत की पहली महिला फुटबॉल खिलाड़ी हैं जिन्हें किसी विदेशी फुटबॉल क्लब ने अपने साथ जोड़ा है.