नई दिल्ली : एआईएफएफ को इस पद के लिए 250 से अधिक आवेदन मिले हैं. एएफसी एशियाई कप में भारतीय टीम के नाकआउट चरण में नहीं पहुंच पाने के बाद स्टीफन कोंस्टेंटाइन ने इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद से यह पद रिक्त पड़ा है
सूत्रों के अनुसार 250 में से 35 उम्मीदवार यूरोप या अन्य देशों में जाने पहचाने कोच हैं . पटेल ने कहा कि यदि उम्मीदवार मापदंडों पर खरा उतरता है और योग्यता के हिसाब सही है तो हम बड़े नाम पर भी मुहर लगा सकते हैं.
जल्द ही होगी भारतीय फुटबॉल टीम के कोच की नियुक्ति : प्रफुल्ल पटेल
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय फुटबाल कोच की नियुक्ति जल्दी की जायेगी और मानदंडों पर खरे उतरने पर किसी बड़े नाम पर भी मुहर लगाई जा सकती है.
नई दिल्ली : एआईएफएफ को इस पद के लिए 250 से अधिक आवेदन मिले हैं. एएफसी एशियाई कप में भारतीय टीम के नाकआउट चरण में नहीं पहुंच पाने के बाद स्टीफन कोंस्टेंटाइन ने इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद से यह पद रिक्त पड़ा है
सूत्रों के अनुसार 250 में से 35 उम्मीदवार यूरोप या अन्य देशों में जाने पहचाने कोच हैं . पटेल ने कहा कि यदि उम्मीदवार मापदंडों पर खरा उतरता है और योग्यता के हिसाब सही है तो हम बड़े नाम पर भी मुहर लगा सकते हैं.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय फुटबाल कोच की नियुक्ति जल्दी की जायेगी और मानदंडों पर खरे उतरने पर किसी बड़े नाम पर भी मुहर लगाई जा सकती है.
नई दिल्ली : एआईएफएफ को इस पद के लिए 250 से अधिक आवेदन मिले हैं. एएफसी एशियाई कप में भारतीय टीम के नाकआउट चरण में नहीं पहुंच पाने के बाद स्टीफन कोंस्टेंटाइन ने इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद से यह पद रिक्त पड़ा है
सूत्रों के अनुसार 250 में से 35 उम्मीदवार यूरोप या अन्य देशों में जाने पहचाने कोच हैं . पटेल ने कहा कि यदि उम्मीदवार मापदंडों पर खरा उतरता है और योग्यता के हिसाब सही है तो हम बड़े नाम पर भी मुहर लगा सकते हैं.
उन्होंने कहा कोच की नियुक्ति जल्दी ही की जायेगी, कोशिश है कि इस महीने के आखिर तक कोच नियुक्त कर दिया जाए.
आपको बता दें कि भारतीय टीम के कोच के पद के लिए इटली के जियोवान्नी डि बियासी, स्वीडन के हकान एरिक्सन, फ्रांच के रेमंड डोमेनेक और इंग्लैंड के सैम अलार्डिस के नाम की भी अटकलें लगाई जा रही है. आवेदन की अंतिम तिथि 29 मार्च थी. अब देखना है कि भारतीय फुटबॉल टीम को कोच की जो कमी खल रही हैं उसकी भरपाई कब होगी.
Conclusion: