नई दिल्ली : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने शुक्रवार को कहा कि पिछले एक दशक में भारतीय फुटबॉल में निवेश दस गुना बढ़ा और उम्मीद जताई कि भविष्य में यह देश का सबसे पसंदीदा खेल होगा.
एआईएफएफ अधिकारी ने इसके साथ ही कहा कि भविष्य का प्रमुख लक्ष्य महिला फुटबॉल को बड़े स्तर पर बढ़ावा देना है. दास जब 2010 में एआईएफएफ से जुड़े तो यह महासंघ वित्तीय समस्याओं से जूझ रहा था.
दास ने कहा, "भारतीय फुटबॉल में 2010 से निवेश संभवत: दस गुना बढ़ गया है. आधारभूत ढांचा, मीडिया से जुड़े अधिकारों में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी हुई है."
उन्होंने कहा, "फुटबॉल सही मायनों में वैश्विक खेल है तथा भारत की जनसंख्या और वैश्वीकरण को देखते हुए यह नैसर्गिक है कि फुटबॉल भारत में पहली पसंद का खेल होगा."
महिला लीग की शुरुआत और राष्ट्रीय टीम की स्ट्राइकर एन बाला देवी के शीर्ष स्कॉटिश क्लब रेंजर्स की तरफ से खेलने से हाल में महिला फुटबॉल ने भी लोगों का ध्यान खींचा और दास को भविष्य में इस दिशा में और प्रगति की उम्मीद है.
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उन्होंने कहा, "हम महिला फुटबॉल को भी बड़े स्तर पर विकसित करना चाहते हैं. हम मजबूत घरेलू ढांचा तैयार करने की कोशिश में हैं लेकिन हमारा मानना है कि फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप और एएफसी महिला एशियाई कप जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन से भारत में महिला फुटबॉल को बहुत बढ़ावा मिलेगा."