नई दिल्ली: एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के शीर्ष अधिकारी सोमवार को कुआलालम्पुर में मिले और भारत में लीग फुटबॉल को लेकर रोडमैप तैयार किया.
इस बैठक में ये फैसला किया गया कि 2020/21 सीजन के अंत तक आई-लीग के दो क्लबों को इंडियन सुपर लीग में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
इसके अलावा 2022/23 और 2023/24 में आई-लीग जीतने वाले क्लबों को अगले साल आईएसएल में प्रवेश दिया जाएगा. दोनों लीग्स के क्लबों को मिलाकर एक लीग का आयोजन होगा और इसके लिए 2024/25 सीजन तय किया गया है.
अहम बात यह है कि नई लीग में प्रोमोशन और रेलीगेशन का सिस्टम लागू होगा. 2021/22 सीजन के लिए टीम को रोस्टरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
2022/23 तथा 2023/24 सीजन में आई-लीग से आईएसएल में आने वाली टीमों सेंट्रल रेवेन्यू में कोई हिस्सेदारी नहीं मिलगी जबकि इसे दूसरी फ्रेंचाइजी टीमों में बराबर रूप से वितरित किया जाएगा.