नई दिल्ली: देश के शीर्ष रेफरियों के स्तर में लगातार सुधार करने के उद्देश्य से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उनके लिए विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की नियुक्ति की है. डायरेक्टर ऑफ रेफरी जे रविशंकर ने इसे एक शानदार कदम बताया है.
एआईएफएफ टीवी से बात करते हुए रविशंकर ने कहा, "ये हमारे द्वारा लिया गया शानदार कदम है. हमने सोचा कि हर टीम के पास कोच होता है और रेफरियों की भी एक टीम होती है तो हमने सोचा कि हमारे भी कोच होने चाहिए दो रेफरियों को मॉनिटर करेंगे."
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AIFF Head of Refereeing Department Mr Ravishankar J and FIFA Panel Referee Rowan A open up about how having a coach has helped the referees 🙌#IndianFootballForwardTogether 💪 #IndianFootball ⚽ pic.twitter.com/LCkAhIfPD8
— Indian Football Team (@IndianFootball) November 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उन्होंने कहा, "आम तौर पर मैच में जो रेफरी विश्लेष्क (आरए) होता है वो रेफियों और सहायक रेफरियों के मैच मे किए प्रदर्शन को देखता है. लेकिन अब कोच उसको बैच के रेफरी के प्रदर्शन पर नजर रखेगा."
उन्होंने बताया, "अच्छी बात ये है कि पूरे सीजन रेफरी को एक ही कोच देखेगा. इससे कोच को रेफरी के साथ व्यक्तिगत स्तर पर काम करने का मौका मिलेगा."
रविशंकर ने इस नए कदम पर सकारात्कता दिखाई और बताया कि कैसे आईएसएल मैचों के दौरान प्रोफेशनल गेम मैच ऑफिशियल लिमिटेड (पीजीएमओएल) के प्रशिक्षकों ने रेफरियों की मदद की जिससे रेफरियों के लिए प्रशिक्षक नियुक्त करने का विचार आया."
रविशंकर ने कहा, "आईएसएल में पीजीएमओएल होते हैं जो लंदन से आते हैं. वो कई सारे मैच देखते हैं और रेफरी विभाग में अपनी रिपोर्ट जमा करते हैं और इस रिपोर्ट को रेफरियों के साथ साझा किया जाता है. ये अच्छा होता है क्योंकि वो वीडियो क्लिप भी देते हैं और संबंधित कागज भी देते हैं. आलोचना नहीं होती है और वो हमेशा सुधार के एरिया बताते हैं."