कोपेनहेगन: जोएल पोजनपालो ने गोला दागा जबकि लुकास रेडेकी ने पेनल्टी बचायी जिससे फिनलैंड ने क्रिश्चिन एरिक्सन के मैदान पर बेहोश होने के कारण चर्चा में रहे यूरो—2020 फुटबॉल चैंपियनशिप के मैच में डेनमार्क को 1—0 से हराया,
पहले हॉफ के अंतिम क्षणों में एरिक्सन मैदान पर गिर गए और उन्हें तुरंत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जिसके कारण लगभग 90 मिनट तक खेल रुका रहा. डेनमार्क फुटबॉल महासंघ ने कहा कि एरिक्शन होश में हैं और उनकी स्थिति स्थिर है.
डेनमार्क के कोच कास्पर जलमैंड ने कहा, ''आप इस तरह की स्थिति में मैच नहीं खेल सकते हैं. हमने जो प्रयास किया वह अविश्वसनीय है. यह अविश्वसनीय है कि खिलाड़ी दूसरे हॉफ में खेलने के लिये उतरे और उन्होंने दबदबा बनाया.''
जब ये मैच दोबारा शुरू हुआ तो पोजनपालो ने 60वें मिनट में फिनलैंड को बढ़त दिला दी. उन्होंने जेरे उरोनेन के क्रास पर हेडर से यह गोल किया. डेनमार्क के गोलकीपर कास्पर शमाइकल ने गेंद पर हाथ लगाया लेकिन वह उसे रोक नहीं पाए.
डेनमार्क ने पूरे मैच में दबदबा बनाए रखा लेकिन फिनलैंड को गोल करने का केवल एक मौका मिला और वह इसे भुनाने में सफल रहा. डेनमार्क ने छह शॉट गोल पर लगाए लेकिन उसे हर बार नाकामी मिली.
डेनमार्क को सबसे अच्छा मौका तब मिला जब उसे 74वें मिनट में पेनल्टी मिली लेकिन रेडेकी ने अपने बाई तरफ डाइव लगाकर पियरे एमिल हॉबजर्ग के शॉट को रोक दिया.
फिनलैंड किसी बड़े टूर्नामेंट में पदार्पण कर रहा था लेकिन उसके देश की फुटबॉल इतिहास में सबसे बड़ी जीत से अधिक चर्चा एरिक्शन के अचानक बेहोश होने की रही.
फिनलैंड के फारवर्ड टीम पुकी ने कहा, ''यह निश्चिति तौर पर मेरे करियर के सबसे मुश्किल मैचों में से एक था.''
उन्होंने कहा, ''हमने फैसला किया कि डेनमार्क की टीम जो करेगी हम भी वहीं करेंगे. मैदान पर वापस लौटकर मैच खेलना आसान नहीं था लेकिन जब हमने सुना कि सब कुछ ठीक है तो हमने मैच पर ध्यान देना शुरू कर दिया. आखिर में हमें जीत मिली जिस पर हमें गर्व है.''
एरिक्सन को मैदान पर ही 10 मिनट तक चिकित्सा उपलब्ध करायी गयी और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों टीमों ने बाद में आपात बैठक बुलायी और जब पता चल गया कि एरिक्सन की स्थिति स्थिर है तो उन्होंने मैच जारी रखने का फैसला किया.