लीड्स : इंग्लैंड की क्रिकेट टीम यॉर्कशर एक रिपोर्ट में अपने पूर्व कप्तानों में से एक के नस्ली उत्पीड़न का शिकार बनने का पता चलने के बावजूद किसी कर्मचारी, खिलाड़ी या अधिकारी के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करेगी.
इंग्लैंड के पूर्व अंडर-19 कप्तान अजीम रफीक ने पिछले साल साक्षात्कार में कहा था कि यॉर्कशर की टीम से 2008-18 तक जुड़े रहने के दौरान उन्हें मुस्लिम होने के कारण बाहरी व्यक्ति की तरह महसूस कराया गया और वह स्वयं अपनी जान लेने के करीब पहुंच गए थे.
रफीक के 40 से अधिक आरोपों की यॉर्कशर ने औपचारिक स्वतंत्र जांच कराई थी और पिछले महीने जारी रिपोर्ट में सात आरोपों को सही पाया गया था.
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यॉर्कशर ने रफीक से माफी मांगी थी और अपनी स्वयं की आंतरिक जांच की थी जिसमें निष्कर्ष निकला कि उसके किसी कर्मचारी, खिलाड़ी या अधिकारी ने ऐसा कोई आचरण या काम नहीं किया जिसके लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जरूरत पड़े.
रफीक ने ट्विटर पर यॉर्कशर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, जब आपको लगता है कि यह क्लब इससे अधिक शर्मसार नहीं हो सकता तो वे इसका कोई नया तरीका ढूंढ लेते हैं.
(पीटीआई-भाषा)