नई दिल्ली: राजस्थान रॉयल्स के मालिक मनोज बदाले ने कहा है कि उनकी फ्रेंचाइजी भारतीय खिलाड़ियों का मजबूत कोर बनाने में सफल रही लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को अपने साथ जोड़े नहीं रख पाना निराशाजनक है. आर्चर आगामी सत्र में नहीं खेल पाएंगे.
मुंबई ने दीर्घकालीन निवेश के रूप में रविवार को बेंगलुरू में आईपीएल की नीलामी में आर्चर को आठ करोड़ रुपये में खरीदा.
बदाले ने कहा कि उनकी फ्रेंचाइजी नीलामी में निश्चित लक्ष्य के साथ उतरी थी और काफी हद तक वह हासिल करने में सफल रही जो चाहती थी.
बदाले ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "इस साल हमारा लक्ष्य मजबूत भारतीय खिलाड़ियों का कोर तैयार करना था, अश्विन, चहल, करूण, सैनी, देवदत्त, प्रसिद्ध के अलावा पहले से टीम के साथ जुड़े हुए संजू और यशस्वी के रूप में हम ऐसा करने में सफल रहे."
उन्होंने कहा, "हमारा ध्यान हमेशा विश्व स्तरीय एकादश तैयार करने पर होता है जो इससे भी जाहिर होता है कि हमने शुरुआती एकादश पर अपना अधिकांश पैसा इस्तेमाल करने का प्रयास किया."
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बदाले ने कहा, "हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया कि जाने पहचाने चेहरों को चुना जाएग जिन्हें हम दोबारा रॉयल्स में देखना चाहते हैं. हमने कई शानदार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को खरीदा और मैं उन्हें टीम जर्सी में देखने के लिए उत्सुक हूं."
बदाले ने कहा कि वह आर्चर जैसे खिलाड़ी को गंवाने के कारण निराश हैं लेकिन हालात के कारण यह फैसला करना पड़ा.
उन्होंने कहा, "वह पिछले कुछ वर्षों में हमारी टीम का अहम हिस्सा रहा है और हमारे साथ उसका रुतबा भी बढ़ा. लेकिन अगर हम उसे नौ करोड़ रुपये में अपने साथ बरकरार रखते तो हम वह टीम नहीं बना पाते जो हमने बनाई है."
रॉयल्स ने रविवार को संपन्न दो दिवसीय नीलामी में 89 करोड़ पांच लाख रुपये में 24 खिलाड़ियों को खरीदा. टीम में नवदीप सैनी के अलावा जिमी नीशाम, नाथन कोल्टर नाइल, रेसी वान डेर डुसेन और डेरिल मिशेल जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी हैं.