नई दिल्ली : देश में इस समय 52 क्रिकेट स्टेडियम हैं. 2025 तक इनकी संख्या 53 हो जाएगी. देश का ये 53वां स्टेडियम भोले बाबा की नगरी वाराणसी में बनेगा. ये उत्तर प्रदेश का तीसरा खेल स्टेडियम होगा. स्टेडियम के निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण हो गया है. माना जा रहा है कि इसी साल मई-जून महीने के अंत तक स्टेडियम के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. बीसीसीआई के सचिव जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने स्टेडियम निर्माण की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पिछले दिनों वाराणसी का दौरा भी किया था.
गंजारी गांव में बनेगा स्टेडियम
योगी सरकार ने गांव गंजारी में 31 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है. ये गांव राजातालाब तहसील में आता है. लगभग 120 करोड़ रूपये में इस जमीन को किसानों से खरीदा गया है. सरकार जमीन को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ( यूपीसीए ) को 30 साल के लिए लीज पर देगी. यूपीसीए लीज के बदले हर साल सरकार को 10 लाख रूपये देगा. इसी साल मई-जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की नींव रखेंगे. 2024 में देश में लोकसभा के चुनाव हैं. नरेंद्र मोदी तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे. मोदी 2014 और 2019 में वाराणसी से जीतकर संसद पहुंचे हैं.
300 करोड़ की आएगी लागत
ये क्रिकेट स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से परिपूर्ण होगा. इसमें 30 हजार दर्शक एक साथ बैठकर मैच देख सकेंगे. स्टेडियम के निर्माण पर लगभग 300 करोड़ रूपये की लागत आएगी. वाराणसी में स्टेडियम बनने से टूरिज्म का बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. वाराणसी भारत की आध्यात्मिक राजधानी है. गंगा के किनारे बसा ये शहर भारतीयों की धार्मिक आस्था का भी केंद्र है. काशी विश्वनाथ मंदिर इसी शहर में है.
यूपीसीए के अनुसार साल 2025 में स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा. स्टेडियम बनने से वाराणसी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी. पूर्वी यूपी के लोग स्टेडियम में मैचों का आनंद ले सकेंगे. अभी तक लखनऊ और कानपुर में ही क्रिकेट स्टेडियम हैं. लखनऊ क्रिकेट स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर है.
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