टोक्यो: अगले कुछ दिनों में 11,500 एथलीटों और लगभग 79,000 प्रशासकों, सहायक कर्मचारियों और मीडिया कर्मियों के जापान पहुंचने के साथ टोक्यो ओलंपिक का आगाज होगा. कोरोना महामारी के बीच हो रहे इस आयोजन के दौरान इसमें शामिल सभी लोगों के स्वस्थ होने को सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर कोरोना टेस्ट अभियान चलाया जाएगा.
ये सुनिश्चित करने के लिए कि खेलों के दौरान खतरनाक नोवेल कोरोनावायरस का प्रसार न हो, सभी प्रतिभागियों का प्रतिदिन टेस्ट किया जाएगा.
इसका मतलब है कि रोजाना लगभग 80,000 कोविड-19 टेस्ट किए जाएंगे। ओलंपिक खेलों 2020 की आयोजन समिति ने इन टेस्ट की निगरानी और संचालन के लिए 230 डॉक्टरों और 310 नर्सों की व्यवस्था की है.
किसी भी प्रतिभागी और अधिकारी को बिना कोविड-19 नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट कार्यक्रम स्थल में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
खेलों की आयोजन समिति ने शनिवार को जानकारी दी कि 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच 15,000 लोगों ने जापान में प्रवेश किया है, जिनमें से केवल 15 का कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आया है.
खेलों में चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने के लिए 44,000 कर्मियों को लगाया जाएगा.
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इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक से जुड़े सिर्फ 15 लोग ही कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं. उन्होंने दोहराया कि एथलीट विलेज से एक सकारात्मक मामला सामने आने के बावजूद आगामी ओलंपिक जापान के लोगों के लिए कोई खतरा नहीं है.
बाख ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 1 जुलाई से 16 जुलाई तक, लगभग 15,000 एथलीट, अधिकारी, सहायक कर्मचारी और मान्यता प्राप्त मीडिया के लोग टोक्यो पहुंचे हैं. सभी का आगमन पर टेस्ट किया गया था। 15,000 में से केवल 15 पॉजिटिव पाए गए. ये एक है बहुत कम दर है. पॉजिटिव आने सभी लोग आईसोलेश्नोमें हैं। वे ओलंपिक प्रतिभागियों और जापान के लोगों के लिए खतरा नहीं हैं.
टोक्यो ओलंपिक का आयोजन 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होना है. इसके बाद जापान में ही पैरालंपिक खेलों का आयोजन होगा.