नई दिल्ली : आईसीसी जैसी संस्था भी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गई है. फ्रॉड की जानकारी मिलते ही आईसीसी ने तुरंत जांच शुरू कर दी. आईसीसी ने फ्रॉड पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन, रिपोर्ट्स में सामने आ रहा है कि अमेरिकी बेस्ड पार्टी ने आईसीसी से ऑनलाइन फ्रॉड किया है. फ्रॉड ने आईसीसी के दूसरे क्लाइंट जैसा ई-मेल एड्रेस बनाकर संस्था को मेल भेजे. फ्रॉड की जानकारी मिलते ही आईसीसी ने मामले की जांच शुरू कर दी.
जिन्हें मिलनी थी उन्हें नहीं मिली पेमेंट
आईसीसी (ICC) को जो मेले पेमेंट के लिए आई थी उन पर वित्त विभाग के अधिकारियों ने मेले पेमेंट की है. गुरुवार को पता चला की जिन्हें पेमेंट मिलनी थी, उसे वो नहीं मिली. उसके बाद वित्त विभाग को समझ में आया की किसी ने उनके साथ ठगी की है. ग्रेग बार्कले (Greg Barclay) आईसीसी के चेयरमेन हैं. उन्होंने करोड़ों की इस ठगी पर अब तक कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है.
वित्त विभाग कर रहा जांच
आईसीसी के मामला संज्ञान में आने के बाद वित्त विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जिन अधिकारियों ने ये पेमेंट की है उनसे सवाल किए जा रहे हैं कि आखिर 4 बार पेमेंट करते हुए जांच क्यों नहीं की गई. आईसीसी एनुअल ग्रांट के रूप में वनडे स्टेटस वाले सहयोगी देशों को एक से 5 लाख डॉलर (लगभग 81 लाख से 4 करोड़) तक की राशि देता है. फ्रॉड की राशि 20 करोड़ रुपए सामने आई तो हर कोई चौंक गया कि 5 असोसिएट देशों का एनुअल ग्रांट गायब कैसे हो गया. इन पर आईसीस से पेमेंट करने के लिए कहा गया. आईसीसी की यूएई का हेडक्वार्टर है.