चेन्नई : वैसे तो सूर्यकुमार यादव को तीनों फॉर्मेट का एक मजबूत खिलाड़ी कहा जा रहा था, लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह से एकदिवसीय मैचों में सूर्यकुमार यादव का प्रदर्शन रहा है, उसको देखकर यह लगने लगा है कि आने वाले एकदिवसीय मैचों के विश्व कप में सूर्यकुमार यादव शायद ही अपनी जगह पक्की कर पाएं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैचों की पहली गेंद पर स्टार्क के द्वारा एलबीडब्लू आउट किए जाने के बाद उनकी गेंद को परखने की कला व बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाजों को खिलाफ उनकी कमजोरी जाहिर होने लगी है.
सूर्यकुमार यादव T20 मैचों की बल्लेबाजों की रैंकिंग में शिखर पर मौजूद हैं, लेकिन खेल के अन्य दो फॉर्मेट में आशा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. इसीलिए उन पर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. इसीलिए कहा जाने लगा है कि अगर यही हाल रहा तो वह विश्वकप टीम में अपना स्थान गंवा देंगे.
सूर्यकुमार यादव ने वनडे मैचों में पदार्पण के बाद अब तक कुल 22 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने केवल 433 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका 64 रन सर्वोच्च स्कोर है. इन 22 मैचों की 20 पारियों में तीन बार नॉट आउट और दो बार 0 पर भी आउट हो चुके हैं. यह दोनों बार शून्य पर आउट होना चर्चा का विषय बना हुआ है. ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने दोनों वनडे मैचों में अपनी पहली ही गेंद पर जिस तरह से सूर्यकुमार यादव की कमजोरी को भांप कर अपना शिकार बनाया है, इसको लेकर उनकी बैटिंग स्टाइल और गेंद को परखने की कला पर भी सवाल उठता है.
इसीलिए कहा जा रहा है कि कहीं न कहीं सूर्यकुमार बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की स्विंग गेंदों पर वह खुद को असहज महसूस कर रहे हैं या उनकी गेंदों को परखने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
इसके अलावा अगर टेस्ट मैच की बात की जाए तो सूर्य कुमार यादव ने अभी तक केवल एक टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला है. इस मैच की एक पारी में उन्होंने मात्र 8 रन बनाए हैं. इसके बाद उनको कोई और टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला. लेकिन अगर टी-20 मैचों की बात की जाए तो सूर्यकुमार यादव ने 48 टी20 मैचों से 46 पारियों में 10 बार नाबाद रहते हुए 1675 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं. इस दौरान सूर्य कुमार यादव ने 150 चौके और 96 छक्के भी लगाए हैं.