बेंगलुरू : सौराष्ट्र ने रविवार को रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के पांचवें और अंतिम दिन चिन्नास्वामी स्टेडियम में कर्नाटक को चार विकेट से हराकर टूर्नामेंट के इतिहास में पांचवीं बार फाइनल में जगह बनाई. कर्नाटक के 115 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 2019-20 के चैंपियन सौराष्ट्र ने छह विकेट पर 117 रन बनाकर जीत दर्ज की. फाइनल में सौराष्ट्र की भिड़ंत बंगाल से होगी. यह 2019-20 फाइनल की पुनरावृत्ति होगी जब बंगाल की टीम उप विजेता रही थी.
पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले सौराष्ट्र के कप्तान अर्पित वसावड़ा ने दूसरी पारी में भी 51 गेंद में सात चौकों से नाबाद 47 रन की पारी खेलकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. वसावड़ा ने उस समय अहम पारी खेली जब टीम 42 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद संकट में थी. कृष्णप्पा गौतम (38 रन पर तीन विकेट) और वासुकी कौशिक (32 रन पर तीन विकेट) ने घरेलू मैदान पर कर्नाटक की जीत की उम्मीद जगाई थी लेकिन वसावड़ा की अगुआई में मेहमान टीम ने 34.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया.
कर्नाटक ने पहली पारी में कप्तान मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक से 407 रन बनाए थे जिसके जवाब में सौराष्ट्र ने 527 रन का स्कोर खड़ा किया था. कर्नाटक ने अंतिम दिन की शुरुआत दूसरी पारी में चार विकेट पर 123 रन से की लेकिन पूरी टीम 234 रन पर आउट हो गई. निकिन जोस ने 109 रन की पारी खेली लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला. वह आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज रहे.
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भारत के सीमित ओवरों के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने सौराष्ट्र की ओर से 45 रन देकर चार विकेट चटकाए. धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने भी 79 रन देकर चार विकेट हासिल किए. लक्ष्य का पीछा करते हुए सौराष्ट्र की शुरुआत भी खराब रही और टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा था लेकिन वसावड़ा और सकारिया (24) ने छठे विकेट के लिए 63 रन जोड़कर टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया. वसावड़ा ने इसके बाद प्रेरक मांकड़ (नाबाद सात) के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई. वसावड़ा को पहली पारी में 406 गेंद में 202 और दूसरी पारी में नाबाद 47 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.