लंदन : ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के चौथे दिन शुभमन गिल को आउट करने वाले कैमरन ग्रीन के कैच पर आगे भी काफी चर्चा होगी और भारत में हर कोई सोचेगा कि यह आउट नहीं है और ऑस्ट्रेलिया में हर कोई कहेगा कि यह आउट है. यह विवाद का कारण भी बन सकता है.
आपको पता होगा कि गिल को टीवी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने शनिवार को भारत की दूसरी पारी में द ओवल में तब आउट दिया, जब भारत जीत के लिए 444 रन चेज करने की शुरूआत करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में ले जाने की कोशिश कर रहे थे.
इसी दौरान तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड की गेंद ने गिल के बल्ले का किनारा लिया और ग्रीन ने डाइव लेकर कैच किया, लेकिन इस बात पर बहस छिड़ गई कि क्या ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला खिलाड़ी ने सही से कैच पकड़ा था या नहीं. हालांकि ग्रीन ने तुरंत अपने साथियों के साथ कैच लेने का जश्न मनाना शुरू कर दिया और थर्ड अंपायर ने गिल को पैवेलियन भेज दिया.
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पोंटिंग ने आईसीसी को बताया कि जब मैंने इसे लाइव देखा, तो मुझे पता था कि कैच हो चुका है, लेकिन मुझे यकीन नहीं था कि ये मामला थर्ड अंपायर को जाएगा. मुझे वास्तव में लगता है कि गेंद का कुछ हिस्सा जमीन को छू गया था और यह अंपायर ही निर्णय लेगा कि गेंद के जमीन पर हिट करने से पहले फील्डर का पूरा नियंत्रण था या नहीं.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को उम्मीद थी कि खेल के बाद कैच पर व्यापक रूप से चर्चा होगी. पोंटिंग ने सुझाव दिया कि मुझे यकीन है कि इसके बारे में बहुत बात होगी और ऑस्ट्रेलिया की तुलना में भारत में शायद अधिक बात होगी. भारत में हर कोई सोचेगा कि यह आउट नहीं है और ऑस्ट्रेलिया में हर कोई सोचेगा कि यह आउट है.
पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा-
अगर इसे मैदान पर अंपायर द्वारा आउट दिया गया होता तो मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को उस फैसले को पलटने के लिए निर्णायक सबूत खोजने होते और मुझे नहीं लगता कि निर्णायक सबूत होते. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि सॉफ्ट सिग्नल के बिना भी तीसरे अंपायर ने सोचा कि यह आउट है. शायद यही सही फैसला था.
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--आईएएनएस के इनपुट के साथ