दुबई: भारतीय क्रिकेट टीम ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को टी20 विश्व कप के मैच से पहले वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भाग लिया जिसमें 'मेंटर' महेंद्र सिंह धोनी ने थ्रोडाउन विशेषज्ञ की भूमिका निभाई जबकि हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी नहीं की.
अंतिम एकादश में चयन के लिये पांड्या की गेंदबाजी दुविधा का विषय बनी हुई है. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैचों में वह बल्लेबाजी में भी कोई कमाल नहीं कर सके थे.
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धोनी शुक्रवार को थ्रोडाउन विशेषज्ञों राघवेंद्र, नुवान और दयानंद की मदद करते दिखे.
इस बीच भारत ने चार नेट गेंदबाजों को वापिस भेज दिया है. स्पिनर कर्ण शर्मा, शाहबाज अहमद, के गौतम और वेंकटेश अय्यर वापिस लौट चुके हैं.
बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, "टूर्नामेंट शुरू होने के बाद इतने नेट सत्र नहीं होंगे. राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को लगा कि इन गेंदबाजों को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने से मैच अभ्यास मिलेगा."
जिन चार तेज गेंदबाजों को रूकने के लिए कहा गया है उनमें आवेश खान, उमरान मलिक, हर्षल पटेल और लुकमान मेरिवाला शामिल हैं.