ढाका: स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने दावा किया कि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने के बजाय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने के उनके फैसले को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने गलत तरीके से पेश किया.
बांग्लादेश विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की दावेदारी में नहीं हैं और शाकिब का मानना है कि ऐसे में आईपीएल में खेलना अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे उन्हें टी20 विश्व कप की तैयारियों में मदद मिलेगी जो साल के आखिर में भारत में होना है.
शाकिब ने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा, ''ये दो टेस्ट मैच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के हमारे आखिरी मैच होंगे और ऐसा नहीं है कि हम फाइनल में खेलने जा रहे हैं. हम अंक तालिका में निचले स्थान पर हैं और मुझे नहीं लगता कि इससे ज्यादा अंतर आने वाला है.''
उन्होंने कहा, ''दूसरा बड़ा कारण भारत में इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप है. यह बहुत महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है जहां हमें काफी कुछ हासिल करना है. इन दो टेस्ट मैचों से कुछ खास हासिल नहीं होगा. मुझे लगता है कि यह बेहतर विकल्प है कि मैं किसी बड़ी प्रतियोगिता के लिए तैयारी करूं.''
शाकिब ने कहा कि बीसीबी को भेजे गये पत्र में उन्होंने टी20 विश्व कप के लिए अपनी तैयारियों का जिक्र किया था.
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उन्होंने कहा, ''लोग लगातार इस बारे में (श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से हटने) बात कर रहे हैं. जो लोग ऐसा बोल रहे हैं कि मैं आगे टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलूंगा, उन्होंने मेरा पत्र सही तरह से नहीं पढ़ा.''
शाकिब ने कहा, ''मैंने अपने पत्र में यह नहीं लिखा है कि मैं टेस्ट में नहीं खेलना चाहता हूं. मैंने लिखा है कि विश्व कप की अच्छी तैयारी के लिए मैं आईपीएल में खेलना चाहता हूं लेकिन इसके बावजूद अकरम भाई (बीसीबी क्रिकेट संचालन अध्यक्ष अकरम खान) कहते रहे कि मैं टेस्ट मैचों में नहीं खेलना चाहता हूं.''