नई दिल्ली: पंजाब किंग्स की बल्लेबाजी लाइन-अप के सभी साहस और आक्रामकता के बावजूद आईपीएल 2022 के अपने पिछले सात मैचों में स्पिन के खिलाफ उनका खेल फ्लॉप रहा है. दिल्ली के खिलाफ भी पंजाब की टीम ने स्पिन के आगे घुटने टेक दिए. ब्रेबोर्न स्टेडियम में इन दोनों टीमों के बीच पहले संघर्ष में अक्षर पटेल, कुलदीप यादव और ललित यादव ने संयुक्त रूप से कमाल दिखाया था. जहां 10 ओवरों में पंजाब ने 4.50 की रन रेट से औसत से 45 रन बनाए और 6 विकेट गंवाए. टीम ने 115 रन बनाए थे, जिसे दिल्ली ने आसानी ने 10.3 ओवर में बना लिया.
अक्षर और कुलदीप की ओर से स्पिन का जादू दिखाने से पहले, शार्दुल ठाकुर ने पावरप्ले के अंतिम ओवर में भानुका राजपक्षे और शिखर धवन को आउट कर पंजाब को दबाव में ला दिया था. मैच के बाद ठाकुर ने कहा, मुझे लगता है कि छठा ओवर बड़ा ओवर था, जहां मुझे दो विकेट मिले. तेज गेंदबाज रन के लिए जा रहे थे और जैसे ही पॉवरप्ले समाप्त हुआ, अचानक रन रुक गए. इसलिए, छठे ओवर में दो विकेट लेना बहुत महत्वपूर्ण था और उसके बाद स्पिनरों ने हमारे लिए काम किया और बहुत अच्छा काम किया.
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ठाकुर की डबल स्ट्राइक के बाद, अक्षर ने काम संभाला और मयंक अग्रवाल को आउट किया. वहीं कुलदीप के गुगली से लिविंगस्टोन चूक गए और पंत द्वारा आसानी से स्टम्प्ड हो गए. संयोग से, दिल्ली के खिलाफ उनके दोनों आउट स्टंपिंग के जरिए हुए हैं. इसके बाद दिल्ली के गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम 82/7 पर पहुंच गई. हालांकि जितेश शर्मा ने अपने 44 रन के साथ कड़ा संघर्ष किया और राहुल चाहर ने लंबी पारी खेली, हालांकि यह पंजाब के लिए दिल्ली के स्पिनरों के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन को कवर करने के लिए अपर्याप्त था.
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मयंक अग्रवाल ने कहा, हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. 5 और 10 ओवर के बीच, हमने बहुत सारे विकेट खो दिए और यहीं पर हमने खेल गंवा दिया. मुझे लगा कि यह निश्चित रूप से हमारे पास बल्लेबाजी के लिए पीछा करने योग्य था और विकेट उतना खराब नहीं था, जितना लग रहा था. हमने पांचवें और 10वें ओवर के बीच बहुत सारे विकेट गंवाए और वहां मैच गंवा दिया. जाहिर है, पांच-दस ओवर के चरण में 14 रन के भीतर पांच विकेट गंवाना पंजाब के लिए मैच गंवाने वाला साबित हुआ और दिल्ली खेमे में अपार खुशी लेकर आया.
हर्षल पटेल देश के सर्वश्रेष्ठ डेथ ओवर गेंदबाजों में से एक : तेंदुलकर
भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने हर्षल पटेल के डेथ आवरों में शानदार प्रदर्शन की तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि हर्षल ने अपनी विविधताओं को खूबसूरती से तराशा है, यही वजह है कि 31 वर्षीय रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के तेज गेंदबाज ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पिछले कुछ सत्रों में इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. पटेल ने आईपीएल 2021 में 15 मैचों में 32 विकेट लेकर पर्पल कैप हासिल किया था, जिसमें विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम के लिए उनका सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा 5/27 रहा. नए सीजन से पहले, उन्हें मेगा नीलामी में बेंगलुरु फ्रैंचाइजी ने 10.75 करोड़ रुपए में वापस खरीदा और दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज ने 12 मैचों में 18 विकेट लेकर अपनी टीम को निराश नहीं किया है.
कुल मिलाकर अपने आईपीएल करियर में पटेल ने 96 विकेट लिए हैं और इस सीजन में आईपीएल में विकेटों के शतक पर नजरें गड़ाए हुए हैं. आरसीबी के फिलहाल 13 मैचों में 14 अंक हैं और अगर वह गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपना आखिरी लीग मैच भारी अंतर से जीत लेती है तो उसके पास अंतिम चार में जगह बनाने का मौका है. और टीम इस वक्त पटेल पर भरोसा करेगी. तेंदुलकर का मानना है कि पटेल भारतीय क्रिकेट के लिए एक अनमोल रतन हो सकते हैं. अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए, दिग्गज क्रि केटर ने पटेल को डेथ ओवरों में सबसे शक्तिशाली गेंदबाजों में से एक बताया.
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उन्होंने कहा, पंजाब केवल 209 रन बनाने में सक्षम हुआ और वह केवल हर्षल पटेल की वजह से. उनकी गेंदबाजी में हर मैच के साथ सुधार हुआ है. क्योंकि वह अपनी विविधता को खूबसूरती से छिपाने में सक्षम हैं. मुझे लगता है कि जब डेथ ओवरों में गेंदबाजी की बात आती है तो वो देश के अग्रणी गेंदबाजों में से एक हैं.
पंजाब किंग्स 13 मई को ब्रेबोर्न स्टेडियम में आरसीबी के खिलाफ धुआंधार बल्लेबाजी के दम पर 240-250 के स्कोर तक पहुंचती दिख रही थी. लेकिन 209 तक ही पहुंच पाई. पटेल ने 8.50 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 4-0-34-4 के शानदार आंकड़े हासिल किए. ग्रुप चरण के टीम के अंतिम मैच में आरसीबी की गुजरात टाइटंस से भिड़ंत में हर्षल को अहम भूमिका निभानी होगी.
मोईन ने अपनी क्रिकेट यात्राओं को लेकर किया खुलासा
चेन्नई सुपर किंग्स के हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली ने अपनी क्रिकेट यात्रा में संघर्षो को लेकर खुलासा करते हुए कहा कि जिस कठिन हालात में उन्होंने खेलना शुरू किया, उसके बारे में सोचने मात्र से आज उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं. मोईन ने सीएसके के साथ आईपीएल 2021 सीजन में यूएई में अपना चौथा खिताब हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वहीं, इंग्लैंड के लिए अपने सफेद गेंद वाले करियर को बेहतर करने के लिए टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया, जबकि वर्तमान में आईपीएल 2022 उनके लिए खराब सीजन रहा है.
वहीं, महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम के लिए आईपीएल 2022 सीजन समय से पहले समाप्त हो गया, तो मोईन ने अपने प्रारंभिक वर्षों में उनके द्वारा सामना किए गए संघर्षो के बारे में खुलकर बातचीत की, साथ ही उन्होंने कहा कि खेल के लिए दृढ़ संकल्प और जुनून ने उन्हें बाधाओं को दूर करने में कैसे मदद की. उन्होंने खुलासा किया कि उनके परिवार के पास एक पाउंड भी नहीं होते थे, जिससे उन्हें सैंडविच या खीरे पर जीवित रहने के लिए मजबूर होना पड़ा था.
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34 वर्षीय ऑलराउंडर ने कहा, मेरे पिताजी में क्रिकेट को लेकर बहुत बड़ा जुनून था. उनके जुड़वां भाई भी थे. परिवार में हम पांच थे. मुझे बस याद है कि जब मैं आठ साल का था. तब मैंने पार्क में अपने भाइयों के साथ खेलना शुरू किया और मुझे लगा कि वे भी बेहतर हो रहे हैं. इसलिए, जब मैं 19 साल का था, तब मैंने एक ट्रायल दिया और फिर मैंने पहली बार किसी के साथ हार्ड बॉल से क्रिकेट खेला.
मोईन ने कहा, यह शुरुआत थी, जब मैं जल्द ही कम उम्र में काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और साथ ही खेल से प्यार करते हुए अच्छा कर रहा था, लेकिन क्रिकेट मेरे पिताजी का जुनून था और हम बस इसे खेलते चले गए. मोईन ने कहा कि उनके पिता को बहुत मुश्किल से अपना काम और बच्चों को काउंटी खेलों के लिए ले जाना पड़ता था, यह कहते हुए कि कभी-कभी वह पेट्रोल और कभी-कभी भोजन का खर्च नहीं उठा सकते थे. मोईन ने आगे कहा, मेरे संघर्ष में यह सिर्फ मेरे पिताजी और चाचा ही नहीं थे. मेरी मां और चाची भी कपड़े तैयार में मदद करती थी, ताकि सब कुछ समय पर हो जाए. यह बहुत-बहुत कठिन समय था, लेकिन हमारे लिए सबसे अच्छा समय था.
उन्होंने आगे कहा, यह उन कई कहानियों में से एक थी, जहां आर्थिक रूप से हम वास्तव में संघर्ष कर रहे थे. मेरे चाचा और पिताजी अगले मैच के लिए मुर्गियां बेचते थे. मेरे पास एक समय में अपने पैड भी नहीं थे. मैं अभ्यास के लिए अपने पिता के दोस्त के बेटे के पैड का उपयोग करता था. इसलिए, बहुत कठिन लेकिन आश्चर्यजनक दिन थे. मैं बहुत जल्दी पेशेवर खिलाड़ी बन गया और चीजें बेहतर और बेहतर होती चली गईं. क्रिकेट के मैदान पर मोईन तेजी से उठे, पहले एक सीम-गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में शुरुआत करते हुए एक कोच के आग्रह पर ऑफ-स्पिन गेंदबाज बन गए, जिससे उनकी पीठ की समस्या भी दूर हो गई.
उन्होंने आगे कहा, मेरे लिए हर दिन खेलना सामान्य बात थी. मुझे नहीं पता था कि पेशेवर होना क्या होता है. मुझे लगा कि यह जीवन में हर दिन खेलना होगा और मेरे पिताजी ने कहा, 13 से 15 तक तुम अपने क्रिकेट को दो साल दो. स्कूल के बाद, हम प्रशिक्षण लेते थे और हम बाहर पार्क में खेलने जाते थे. उन्होंने आगे बताया, हम बहुत मुश्किल हालात में रहते थे, क्योंकि जहां हम रहते थे. वहां आए दिन लड़ाई-झगड़े होते रहते थे. लेकिन मैं सिर्फ क्रिकेट खेलना चाहता था और उसी को आगे बढ़ाते चला गया.
तिलक वर्मा की बल्लेबाजी से गावस्कर हुए प्रभावित
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर मुंबई इंडियंस के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा की बल्लेबाजी से काफी प्रभावित हुए हैं, जो आईपीएल 2022 में पांच बार के चैंपियन के लिए एक सफल बल्लेबाज रहे हैं. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई इस समय अंक तालिका में 10वें स्थान पर है, लेकिन वर्मा ने अब तक खेले गए 12 मैचों में लगभग 41 के औसत से बेहतरीन बल्लेबाजी की है.
गावस्कर को लगता है कि हैदराबाद के 19 वर्षीय बल्लेबाज के पास क्रिकेट का अच्छा सेंस है और वह भारत के सभी प्रारूपों के बल्लेबाज बन सकते हैं. साल 2020 में भारत के अंडर-19 विश्व कप टीम के सदस्य रहे वर्मा के लिए मेगा नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद, चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स ने बोली लगाई थी, लेकिन मुंबई फ्रेंचाइजी ने उन्हें 1.7 करोड़ रुपये में खरीदा था.
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वर्मा ने आईपीएल 2022 में अब तक 368 रन बनाए हैं, जिसमें सबसे अधिक 61 रन हैं और वह तीन मौकों पर नाबाद रहे हैं. इस बल्लेबाज की बड़ी हिटिंग क्षमता भी सामने आई है, क्योंकि उन्होंने मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते हुए 27 चौके और 15 छक्के लगाए हैं. गावस्कर ने कहा, तिलक वर्मा का गेम (आईपीएल 2022 में) शानदार रहा है. चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जब टीम दबाव में थी, तो उन्होंने शानदार पारी खेली, इस दौरान उन्होंने कई तरह के शॉट खेले और स्ट्राइक रोटेट करते रहे. इससे पता चलता है कि उनके पास क्रिकेट का अच्छा सेंस है और मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है.
गावस्कर ने युवा खिलाड़ी की प्रशंसा की और रोहित शर्मा की इस टिप्पणी से सहमत हुए कि हैदराबाद का उभरता हुआ क्रिकेटर भविष्य में भारत के लिए सभी प्रारूप में बल्लेबाज बन सकता है. उन्होंने कहा, उनके पास तकनीकी रूप से क्रिकेट के सभी शॉट हैं. वह गेंद को सीधे बल्ले से खेलने की कोशिश करते हैं. इसलिए, वह एक अच्छे बल्लेबाज हैं.