जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर में 14 मई को आईपीएल का पांचवां और आखिरी मैच खेला जाएगा. इस मैच से पहले एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है, जिससे मैच पर भी संकट मंडरा रहा है. राजस्थान यूथ बोर्ड के उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन, राजस्थान रॉयल्स और स्पार्क इवेंट कंपनी को लीगल नोटिस भेजा है, जिसमें मैच के आयोजन के दौरान एमओयू की शर्तों का उल्लंघन करने, कर्मचारियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता और उनकी राजनीतिक छवि को हानि पहुंचाने का आरोप लगाया है.
यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील पारीक ने बताया कि मैच के दौरान खाने-पीने की सामग्री, टिकट और यहां तक कि पानी तक में कालाबाजारी की जा रही है. यूथ बोर्ड के कर्मचारियों को उन्हीं के दफ्तर में नहीं घुसने दिया जा रहा. यही नहीं स्टेडियम के बाहर बाउंसर्स ने खेल मंत्री तक को रोक दिया था. उन्होंने अगले 24 घंटे में लीगल नोटिस का जवाब नहीं देने पर खेल मंत्रालय और कोर्ट की ओर से राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट के खिलाफ जांच के साथ ही सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.
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यूं हुए विवाद :
- आईपीएल के पहले मुकाबले से पहले खेल मंत्री अशोक चांदना ने एसएमएस स्टेडियम में किए गए अवैध कंस्ट्रक्शन और विभाग के कर्मचारियों को स्टेडियम परिसर में जाने से रोकने पर सवाल उठाए थे. साथ ही बिना अनुमति किए गए स्थाई-अस्थाई निर्माण पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. हालांकि मामले में राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट की ओर से कंस्ट्रक्शन को लेकर अनुमति मांगने और इसका भुगतान करने की स्वीकृति पर मामला शांत हुआ था.
- दूसरे मुकाबले में मैच के दौरान अवैध एंट्री कराए जाने का मामला सुर्खियों में आया था. आरोप पुलिस प्रशासन पर लगे थे.
- तीसरे मैच से पहले आरसीए को टैक्स चोरी करने का नोटिस जारी किया गया था, जिसपर आनन-फानन में आरसीए ने 10 करोड़ रुपए जमा भी कराए थे. इसी मैच में कर्मचारियों ने खेल परिषद के उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी की ओर से लगाए गए आरोपों का विरोध करते हुए एंट्री पास की होली जलाई थी.
- चौथे मैच में टोंक रोड पर कुछ युवाओं की ओर से एंट्री पास को ब्लैक में बेचने की तस्वीरें सामने आई थी.
- अब पांचवें मैच से पहले यूथ बोर्ड उपाध्यक्ष की ओर से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन, राजस्थान रॉयल्स और स्पार्क इवेंट कंपनी को लीगल नोटिस भेजा गया है.