नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेटर केएल राहुल ने अपने क्रिकेट करियर के बुरे दौर के बारे में बताया है. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में अपने कुछ सीक्रेट्स का खुलासा किया है. आखिर कैसे बड़े होने के दौरान उनके पास अपने गृहनगर से कोई संरक्षक और क्रिकेट की हस्ती नहीं थी. लेकिन इसके बाद भी उन्होंने संघर्ष और मेहनत-लगन से खुद को एक मुकाम तक पहुंचाया है. केएल राहुल से इंटरव्यू में पूछा गया कि 20 साल के क्रिकेटर के लिए दुनिया के सामने आगे बढ़ना कैसा होता है. इसके जबाव में राहुल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि एक संरक्षक या किसी ऐसे व्यक्ति का होना, जो पहले यात्रा से गुजर चुका हो.
केएल राहुल मैंगलोर के एक छोटे से शहर में पले-बढ़े हैं. जहां उनके पास देखने के लिए कोई खेल नायक नहीं था और कुछ तीन प्रारूप खिलाड़ियों में से एक बन गया. राहुल ने बताया कि आपके पास मेंटर होंगे, जो मार्गदर्शन करेंगे जब आप 17 और 18 साल के होते हैं तो आप वास्तव में बहुत कम उम्र से होते हैं. लेकिन जब आप एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर बनते हैं और आईपीएल स्तर के दबाव के संपर्क में आने लगते हैं तो वे आपको तैयार करेंगे.
केएल से इंटरव्यू में पूछा गया कि उनका मेंटर कौन है. उन्होंने जवाब दिया कि 'मैंने नहीं किया, मुझे इसे खुद सीखना पड़ा. मुझे लगता है कि ज्यादातर क्रिकेटरों के लिए, आपको इसे अपने दम पर सीखना होगा'. उनके पास कुछ वरिष्ठ खिलाड़ी थे, जिन्हें वह देखकर सीखते थे उनमें से एक राहुल द्रविड़ थे. केएल राहुल ने बताया कि वह राहुल द्रविड़ को खेलते हुए देखकर बढ़े हुए हैं. जब वह 17 साल से कम उम्र के थे उस दौरान उन्हें राहुल द्रविड़ के साथ ट्रेनिंग का करने का मौका मिला था. वहीं, जब केएल राहुल 20 साल हुए तो उन्हें राहुल द्रविड़ के साथ खेलने और ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका भी मिला.
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(आईएएनएस)