नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा है कि आने वाले आईपीएल में चेन्नई सपुर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह रहेगी कि वह किस तरह टीम के अनुभवी और उम्रदराज खिलाड़ियों को संभालते हैं.
चेन्नई की टीम में हाल के दिनों में देखा गया है कि वह ज्यादा उम्र के खिलाड़ियों को मैदान पर उतारती है लेकिन फिर भी वह टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम मानी जाती है और इन्हीं खिलाड़ियों के दम पर उसने 2018 में खिताब भी जीता था.
बांगर ने कहा, "धोनी एक कप्तान के तौर पर, मैं जानता हूं कि उनके पास अच्छा खासा अनुभव है. उनके पास बाकी के अनुभवी खिलाड़ी भी हैं, लेकिन वो कैसे अनुभवी खिलाड़ियों को मैदान पर संभालते हैं मैं इसे देखने के लिए बेसब्र हूं."
बांगर ने कहा कि वह 39 साल के धोनी को किसी और विभाग में परेशान होते नहीं देखते हैं.
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि इन अनुभवी खिलाड़ियों के साथ उन्हें बल्लेबाजी या गेंदबाजी को लेकर किसी तरह की परेशानी आएगी. टी-20 प्रारूप में खिलाड़ी की फुर्ती काफी मायने रखती है और फिल्डिंग एक अहम रोल निभाती है. वह सीनियर खिलाड़ियों को मैदान पर कहां लगाते हैं यह देखना होगा. मुझ लगता है कि कप्तान के तौर पर यह उनका सबसे चुनौतीपूर्ण काम होगा."
गौरतलब है कि लंबे इंतजार के बाद 6 सितंबर को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का कार्यक्रम जारी कर दिया गया और परंपरा के अनुसार मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियन्स 19 सितंबर को अबुधाबी में पहले मैच में पिछले साल के उप विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ेगा.
भारत में कोविड-19 के मामलों के बढ़ने के कारण विश्व की सबसे बड़ी टी20 लीग का आयोजन इस साल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्थानों दुबई, अबुधाबी और शारजाह में किया जा रहा है.