ETV Bharat / sports

टीवी शो के विवाद को लेकर केएल राहुल ने तोड़ी चुप्पी

एक निजी टीवी शो में महिलओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर केएल राहुल ने खुलकत की बातचीत कहा कि मैं बहुत खराब दौर से गुजर रहा था. मेरे लिए ये सबसे खराब दौर था.

RAHUL
author img

By

Published : Mar 27, 2019, 11:36 PM IST

Updated : Mar 27, 2019, 11:54 PM IST

हैदराबाद : टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और IPL में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ी केएल राहुल ने टीवी कार्यक्रम के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. राहुल ने बताया कि, मैं कुछ नहीं कर सकता था, केवल खुद पर और अपने चरित्र पर संदेह करने के अलावा.

आपको बता दे कि राहुल और पंड्या को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के लिए अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया था. प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी उच्चतम न्यायालय से नियुक्त बीसीसीआई लोकपाल को सौंपी है और इस पर फैसले का इंतजार है.

राहुल ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच से स्वदेश भेजे जाने के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि, यह बेहद मुश्किल दौर था क्योंकि मुझे इसकी आदत नहीं थी कि लोग मुझे नापसंद करें. पहले एक सप्ताह या दस दिन मैं कुछ नहीं कर सकता था सिवाय खुद पर और अपने चरित्र पर संदेह करने के अलावा. सबसे बुरी बात यह लग रही थी कि क्या आप वास्तव में बुरे इंसान हैं जबकि आपके बारे में इतना कुछ लिखा गया था.

एक टीवी कार्यक्रम के दौरान राहुल और पंड्या
एक टीवी कार्यक्रम के दौरान राहुल और पंड्या

कुछ समय के लिए खुद को अलग कर लिया था

राहुल ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैं बाहर जाने से डरता था, क्योंकि मैं इसके लिए तैयार नहीं था. अगर कोई सवाल पूछेगा तो मैं नहीं जानता कि मैं क्या जवाब दूंगा. मैं अभ्यास के लिए जाता, वापस घर लौटता और अपने प्लेस्टेशन में खो जाता क्योंकि मैं लोगों का सामना करने के लिए तैयार नहीं था. राहुल ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम से जुड़े ग्लैमर के कारण वह कुछ समय के लिए अपनी जड़ों और शुभचिंतकों से दूर हो गए थे.

उन्होंने ये भी कहा, जब आप देश की तरफ से खेलते हैं, तो आपका ध्यान भटक जाता है. आप हमेशा दौरे पर रहते हैं और भूल जाते हैं कि कौन आपका सच्चा दोस्त है या परिवार कितना महत्वपूर्ण है. मैं लंबे समय तक दौरों पर रहा और विश्राम नहीं ले पाया था.

राहुल ने कहा, इस तरह से आप परिवार या दोस्तों से दूर हो जाते हो. आपके पास दोस्त बनाने के लिए समय नहीं होता है. लोगों ने बहुत कुछ कहा जिससे आप खुद पर संदेह करना शुरू कर देते हैं, लेकिन ऐसे समय में परिवार, दोस्त, टीम के साथियों ने मेरा साथ दिया.



राहुल ने भारतीय टीम के अपने साथियों और सहयोगी स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने बुरे दौर में उनका पूरा साथ दिया. उन्होंने कहा, यहां तक कि जब मैं ऑस्ट्रेलिया से स्वदेश लौट रहा था तो कई लोगों ने आकर मुझे दिलासा दिया और कहा कि हम सभी से गलती हो जाती है और हमें इसके लिए किसी न किसी तरह की सजा भुगतनी पड़ती है.

आपको बता दें कि टीम के एक सीनियर सदस्य ने राहुल को सोशल मीडिया से दूर रहने और खुद पर संदेह नहीं करने की सलाह दी.

हैदराबाद : टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और IPL में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ी केएल राहुल ने टीवी कार्यक्रम के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. राहुल ने बताया कि, मैं कुछ नहीं कर सकता था, केवल खुद पर और अपने चरित्र पर संदेह करने के अलावा.

आपको बता दे कि राहुल और पंड्या को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के लिए अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया था. प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी उच्चतम न्यायालय से नियुक्त बीसीसीआई लोकपाल को सौंपी है और इस पर फैसले का इंतजार है.

राहुल ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच से स्वदेश भेजे जाने के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि, यह बेहद मुश्किल दौर था क्योंकि मुझे इसकी आदत नहीं थी कि लोग मुझे नापसंद करें. पहले एक सप्ताह या दस दिन मैं कुछ नहीं कर सकता था सिवाय खुद पर और अपने चरित्र पर संदेह करने के अलावा. सबसे बुरी बात यह लग रही थी कि क्या आप वास्तव में बुरे इंसान हैं जबकि आपके बारे में इतना कुछ लिखा गया था.

एक टीवी कार्यक्रम के दौरान राहुल और पंड्या
एक टीवी कार्यक्रम के दौरान राहुल और पंड्या

कुछ समय के लिए खुद को अलग कर लिया था

राहुल ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैं बाहर जाने से डरता था, क्योंकि मैं इसके लिए तैयार नहीं था. अगर कोई सवाल पूछेगा तो मैं नहीं जानता कि मैं क्या जवाब दूंगा. मैं अभ्यास के लिए जाता, वापस घर लौटता और अपने प्लेस्टेशन में खो जाता क्योंकि मैं लोगों का सामना करने के लिए तैयार नहीं था. राहुल ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम से जुड़े ग्लैमर के कारण वह कुछ समय के लिए अपनी जड़ों और शुभचिंतकों से दूर हो गए थे.

उन्होंने ये भी कहा, जब आप देश की तरफ से खेलते हैं, तो आपका ध्यान भटक जाता है. आप हमेशा दौरे पर रहते हैं और भूल जाते हैं कि कौन आपका सच्चा दोस्त है या परिवार कितना महत्वपूर्ण है. मैं लंबे समय तक दौरों पर रहा और विश्राम नहीं ले पाया था.

राहुल ने कहा, इस तरह से आप परिवार या दोस्तों से दूर हो जाते हो. आपके पास दोस्त बनाने के लिए समय नहीं होता है. लोगों ने बहुत कुछ कहा जिससे आप खुद पर संदेह करना शुरू कर देते हैं, लेकिन ऐसे समय में परिवार, दोस्त, टीम के साथियों ने मेरा साथ दिया.



राहुल ने भारतीय टीम के अपने साथियों और सहयोगी स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने बुरे दौर में उनका पूरा साथ दिया. उन्होंने कहा, यहां तक कि जब मैं ऑस्ट्रेलिया से स्वदेश लौट रहा था तो कई लोगों ने आकर मुझे दिलासा दिया और कहा कि हम सभी से गलती हो जाती है और हमें इसके लिए किसी न किसी तरह की सजा भुगतनी पड़ती है.

आपको बता दें कि टीम के एक सीनियर सदस्य ने राहुल को सोशल मीडिया से दूर रहने और खुद पर संदेह नहीं करने की सलाह दी.

Intro:Body:

एक निजी टीवी शो में महिलओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर केएल राहुल ने खुलकत की बातचीत कहा कि मैं बहुत खराब दौर से गुजर रहा था. मेरे लिए ये सबसे खराब दौर था.



हैदराबाद : टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और IPL में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ी केएल राहुल ने टीवी कार्यक्रम के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. राहुल ने बताया कि, मैं कुछ नहीं कर सकता था, केवल खुद पर और अपने चरित्र पर संदेह करने के अलावा.

आपको बता दे कि राहुल और पंड्या को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के लिए अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया था. प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी उच्चतम न्यायालय से नियुक्त बीसीसीआई लोकपाल को सौंपी है और इस पर फैसले का इंतजार है.



राहुल ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच से स्वदेश भेजे जाने के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि, यह बेहद मुश्किल दौर था क्योंकि मुझे इसकी आदत नहीं थी कि लोग मुझे नापसंद करें. पहले एक सप्ताह या दस दिन मैं कुछ नहीं कर सकता था सिवाय खुद पर और अपने चरित्र पर संदेह करने के अलावा. सबसे बुरी बात यह लग रही थी कि क्या आप वास्तव में बुरे इंसान हैं जबकि आपके बारे में इतना कुछ लिखा गया था.



कुछ समय के लिए खुद को सामाजिक तौर पर अलग थलग कर दिया था



राहुल ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैं बाहर जाने से डरता था, क्योंकि मैं इसके लिए तैयार नहीं था. अगर कोई सवाल पूछेगा तो मैं नहीं जानता कि मैं क्या जवाब दूंगा. मैं अभ्यास के लिए जाता, वापस घर लौटता और अपने प्लेस्टेशन में खो जाता क्योंकि मैं लोगों का सामना करने के लिए तैयार नहीं था. राहुल ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम से जुड़े ग्लैमर के कारण वह कुछ समय के लिए अपनी जड़ों और शुभचिंतकों से दूर हो गए थे.



उन्होंने ये भी कहा, जब आप देश की तरफ से खेलते हैं, तो आपका ध्यान भटक जाता है. आप हमेशा दौरे पर रहते हैं और भूल जाते हैं कि कौन आपका सच्चा दोस्त है या परिवार कितना महत्वपूर्ण है. मैं लंबे समय तक दौरों पर रहा और विश्राम नहीं ले पाया था.

राहुल ने कहा,  इस तरह से आप परिवार या दोस्तों से दूर हो जाते हो. आपके पास दोस्त बनाने के लिए समय नहीं होता है. लोगों ने बहुत कुछ कहा जिससे आप खुद पर संदेह करना शुरू कर देते हैं, लेकिन ऐसे समय में परिवार, दोस्त, टीम के साथियों ने मेरा साथ दिया.





राहुल ने भारतीय टीम के अपने साथियों और सहयोगी स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने बुरे दौर में उनका पूरा साथ दिया. उन्होंने कहा, यहां तक कि जब मैं ऑस्ट्रेलिया से स्वदेश लौट रहा था तो कई लोगों ने आकर मुझे दिलासा दिया और कहा कि हम सभी से गलती हो जाती है और हमें इसके लिए किसी न किसी तरह की सजा भुगतनी पड़ती है.

आपको बता दें कि टीम के एक सीनियर सदस्य ने राहुल को सोशल मीडिया से दूर रहने और खुद पर संदेह नहीं करने की सलाह दी.


Conclusion:
Last Updated : Mar 27, 2019, 11:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.