नई दिल्ली : एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने बनाने वाले आक्रामक विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा इंडिया टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की सलाह पर चल रहे हैं. जितेश शर्मा का कहना है कि उन्होंने कोच राहुल के कहने पर अपना नैसर्गिक खेल जारी रखा है. इंडियन प्रीमियर लीग के पिछले दो सत्र में अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित करने वाले जितेश भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रह चुके हैं. इस साल की शुरूआत में संजू सैमसन के चोटिल होने के बाद राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले इस खिलाड़ी को हालांकि डेब्यू का मौका नहीं मिला था.
29 साल के खिलाड़ी जितेश शर्मा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि खेल में सुधार को लेकर हमेशा चर्चा होती है. कुछ महीने पहले घरेलू सरजमीं पर खेली गयी श्रृंखला में जब वह टीम का हिस्सा बने थे तब उनकी बात राहुल द्रविड़ से बात हुई थी. एशियाई खेलों का आयोजन 23 सितंबर से चीन के हांगझोउ में होगा. भारत पहली बार इन खेलों में अपनी क्रिकेट टीम भेजेगा. एशियाई खेलों में पुरुषों के क्रिकेट मैच 28 सितंबर से शुरू होंगे.
राहुल द्रविड़ ने दी खास सलाह
जितेश शर्मा से पूछा गया कि द्रविड़ ने क्या सलाह दी थी तब उन्होंने बताया कि कोच ने कहा था कि जैसी बल्लेबाजी कर रहे हो वैसे ही करते रहो. हम भविष्य के लिए यही देख रहे है. हमें ऐसे खिलाड़ी ही चाहिये. टी-20 क्रिकेट में फिनिशर की भूमिका निभाने वाले खिलाड़ी के पास आसानी से बड़े शॉट खेलने की क्षमता के साथ धैर्य की जरूरत होती है. जितेश इन दोनों मामलों में शानदार रहे हैं. उन्होंने पंजाब किंग्स के साथ आईपीएल के पिछले दो सत्र में ऐसा किया है.
जितेश ने आखिरी ओवरों में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से काफी सुर्खियां बटोरी हैं और उम्मीद है कि वह एशियाई खेलों में भी अपनी अच्छी लय जारी रखेंगे. राष्ट्रीय टीम में उनका चयन होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है. क्योंकि वह पिछले कुछ समय से टीम में जगह बनाने के करीब रहे हैं. भारतीय टीम में चयन के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा वह इससे आश्चर्यचकित नहीं हैं. एक खिलाड़ी के रूप में आपको यह आभास है कि आप इस दौड़ में शामिल हैं. मुझे लगता है कि यह अच्छा फैसला है.
पावर हिंटिंग खिलाड़ी जितेश
आईपीएल के 26 मैचों में जितेश का स्ट्राइक रेट 16 के करीब रहा है, जबकि 90 टी 20 मैचों में उनका स्ट्राइक रेट 150 के करीब रहा है. आईपीएल की 24 पारियों में 44 चौके और 33 छक्के जड़ने वाले इस खिलाड़ी से जब उनकी ताकत और फिनिशर की भूमिका के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अच्छी आदतें आपके साथ रहती हैं. पावर हिटिंग एक आदत है जिसे उन्होंने विकसित किया है. वह अभ्यास के दौरान अच्छी आदतों को अपनाने पर ध्यान देते हैं. आप अभ्यास के दौरान जिस काम पर सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं. उसे आपके लिए मैदान पर करना आसान हो जाता है.
आम तौर पर आखिरी 10 ओवरों में बल्लेबाजी करने वाले जितेश को दबाव में बल्लेबाजी करना पसंद है. वह इस बात को ध्यान रखते हुए अभ्यास करते हैं जैसे कि वह आखिरी ओवरों में बल्लेबाजी कर रहे हो. उन्होंने कहा कि अभ्यास के दौरान वह मैच की किसी परिस्थिति के बारे में सोच कर बल्लेबाजी करते हैं. अभ्यास के समय वह 16वें, 17वें और 18वें ओवर में बल्लेबाजी के बारे में सोचते हैं औैर फिर वह खुद को काल्पनिक मैच स्थितियों में रख कर अभ्यास करते हैं. वह यह सोचकर अभ्यास करते हैं कि टीम को 12 गेंदों पर 30 या छह गेंदों पर 18 या तीन गेंदों पर 12 रन चाहिए. उन्होंने अपनी फ्रेंचाइजी को शुक्रिया किया.
पंजाब किंग्स ने किया पूरा सपोर्ट
पंजाब किंग्स की ओर से जितेश को अपना नैसर्गिक खेल खेलने की छूट मिली हुई है. इस पर जितेश ने कहा कि अगर वह किसी एक व्यक्ति का नाम लेंगे तो यह अनुचित होगा. उन्होंने कहा कि पंजाब किंग्स और फ्रेंचाइजी से जुड़े सभी अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों से बहुत समर्थन मिला है. जितेश ऐसे समय में भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे है जब टीम के पास कई विकल्प मौजूद है. चोट से उबरने के बाद ऋषभ पंत वापसी करने के लिए तैयार होंगे. इशान किशन फिलहाल भारत के शीर्ष विकेटकीपर बल्लेबाज है. संजू सैमसन भी इस सूची में शामिल है. एशियाई खेलों की टीम में जितेश के साथ प्रभसिमरन सिंह भी मौजूद है.
क्रिकेट है जितेश का जुनून
जितेश शर्मा भारतीय वायु सेना में जाना चाहते थे और उन्होंने क्रिकेट खेलना इसलिए शुरू किया था ताकि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के लिए खेल कोटे से अंक जुटा सके. कूच बिहार ट्रॉफी के लिए विदर्भ की अंडर-19 टीम में जगह बनाने के बाद उन्होंने हालांकि पिछले मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने कहा कि स्कूल के समय वह भारतीय वायु सेना में जाने चाहते थ और इसलिए जब उन्हें पहली बार विदर्भ अंडर-16 के लिए चुना गया तब से यही उनका लक्ष्य बन गया था. जितेश ने जब विदर्भ के लिए कूच बेहार ट्रॉफी खेली तब तक उन्हें पता चल गया था कि क्रिकेट एक जुनून है और उन्होंने खुद को पूरी तरह से खेल के प्रति समर्पित कर दिया है.
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(पीटीआई भाषा)