पोर्ट ऑफ स्पेन: भारतीय टीम रविवार को जब दूसरे वनडे में वेस्टइंडीज से भिड़ेगी तो कार्यवाहक कप्तान शिखर धवन फिर दूसरी कतार में खड़े खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे, ताकि तीन मैचों की सीरीज उनके नाम हो जाए. भारतीय टीम ने पहला वनडे तीन रन से जीता था और एक और जीत से भारत कैरेबियाई सरजमीं पर लगातार दूसरी वनडे सीरीज जीत लेगा.
भारतीय टीम ने शुक्रवार को पहले वनडे में हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया और तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई, जिसमें धवन और वापसी करने वाले शुभमन गिल के बीच आक्रामक सलामी साझेदारी तथा मोहम्मद सिराज का अनुभवी मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण की सुघड़ता से अगुआई करना शामिल है. गिल 19 से ज्यादा महीने के समय बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाकर 64 रन से अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. रूतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन पर तरजीह देकर चुने गए गिल जब क्वींस पार्क ओवल की पिच पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो यह काफी आसान दिख रही थी, जबकि ज्यादातर खिलाड़ी इस पर जूझते दिख रहे थे. पूरी पारी के दौरान उन्होंने जितनी गेंद खेलीं, उतने ही रन जुटाए और छह बाउंड्री के अलावा दो छक्के भी लगाए. लेकिन उनकी पारी का अंत रन आउट से हुआ.
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अब गिल पर निर्भर करता है कि वह शानदार शुरूआत को बड़ी पारियों में बदल पाते हैं या नहीं और वह टीम में अपना स्थान पक्का करने के लिए निश्चित रूप से ऐसा करना चाहेंगे. धवन ने भी दूसरे जोड़ीदार की भूमिका बेहतरीन ढंग से निभाई, उन्होंने और गिल ने 106 गेंद में 119 रन की साझेदारी बनाई. लेकिन सीनियर बल्लेबाज अपने 18वें शतक से चूक गया. श्रेयस अय्यर ने भी अर्धशतक जमाकर फॉर्म में वापसी की, जिससे भारतीय टीम में शीर्ष तीन खिलाड़ियों ने परफेक्ट शुरुआत दिलाई. लेकिन मध्यक्रम के लड़खड़ाने से भारतीय टीम सात विकेट पर 308 रन ही बना सकी, जबकि एक समय वह 350 रन से आगे पहुंचने की ओर बढ़ रही थी.
मध्यक्रम में संजू सैमसन एक बार फिर इस स्तर पर मिले मौके का इस्तेमाल करने में विफल रहे, उन्होंने 18 गेंद में 12 रन बनाए. केरल के इस विकेटकीपर ने हालांकि बल्ले की नाकामी की कमी डेथ ओवर में एक शानदार बाउंड्री बचाकर पूरी की, जिसकी बदौलत भारतीय टीम मैच की अंतिम गेंद पर जीतने में सफल रही. इस ओवर में मोहम्मद सिराज 15 रन का बचाव कर रहे थे. रविवार को सूर्यकुमार यादव, सैमसन, दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल अच्छा योगदान देना चाहेंगे. धवन ने चोटिल रवींद्र जडेजा की अनुपस्थिति में एक हैरानी भरा फैसला किया, उन्होंने पहले 20 ओवर में विशेषज्ञ युजवेंद्र चहल से पहले कामचलाऊ स्पिनर दीपक हुड्डा से गेंदबाजी कराई.
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चहल कोई विकेट नहीं झटक सके, लेकिन वह भारतीयों के लिए सबसे किफायती (4.40) गेंदबाज रहे, उन्होंने पांच ओवर में बिना विकेट झटके 22 रन दिए. सिराज ने तेज गेंदबाजी की अगुआई अच्छे तरीके से की और मध्य ओवरों में निकोलस पूरन के आउट करने के बाद अपने परफेक्ट यॉर्कर से डेथ ओवर में वापसी की. वेस्टइंडीज की टीम वनडे में लगातार हारने का सिलसिला तोड़ना चाहेगी जो अब सात मैचों का हो गया है, जिसमें इस सीरीज से पहले बांग्लादेश से मिली 0-3 की हार भी शामिल है.
यह सीरीज आईसीसी विश्व कप सुपर लीग का हिस्सा नहीं है और वेस्टइंडीज के पास बिना दबाव के खेलने का मौका है. पिछली बार जब भारतीय टीम ने वनडे सीरीज के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया था तो मेहमान टीम ने 2-0 से सीरीज जीती थी, जिसमें एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था. वनडे सीरीज के बाद पांच मैचों की टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज भी होगी, जिसमें मुख्य भारतीय टीम खेलती नजर आएगी.
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: शिखर धवन (कप्तान), रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह.
वेस्टइंडीज: निकोलस पूरण (कप्तान), शाई होप (उप-कप्तान), शमर ब्रूक्स, कीसी कार्टी, जेसन होल्डर, अकील हुसैन, अल्जारी जोसेफ, ब्रैंडन किंग, काइल मेयर्स, गुडकेश मोती, कीमो पॉल, रोवमैन पॉवेल और जेडन सील्स.