ब्रिसबेन: गाबा में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वो अपने शतक को और बड़ा न बना पाने के कारण निराश हैं. बता दें कि लाबुशेन ने 204 गेंदों में 108 रन बनाए. वहीं वो टी नटराजन के शिकार बने.
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लाबुशेन ने कहा, "देखिए, कोई भी टेस्ट शतक क्यों न हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये किसके खिलाफ है या किस विरोधी के खिलाफ आया है, आपको पता है, कि ये सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप लगातार शतक जड़े और शायद मेरे लिए ये निराशाजनक है कि मैं वास्तव में बड़ा शतक नहीं बना सका. लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा था, भारतीय गेंदबाजी आक्रमण काफी अनुशासित था, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन गेंदबाजी कर रहा है, वो बहुत योजनाबद्ध हैं, उन्होंने बहुत रणनीतिक तरीके से खेला जैसा कि आप सबने देखा होगा. वो शुरू से ही अनुशासित थे और उन्होंने पहले सत्र में हमें स्कोर करने का कोई मौका नहीं दिया."
ऑस्ट्रेलिया ने दिन के अंत में लाबुशेन के शतक के दम पर 5 विकेट पर 274 रन बनाए. वहीं मेजबान टीम ने अपने स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ सहित कुछ और विकेट सस्ते में गवांए.
लाबुशेन ने स्मिथ के गार्ड मिटाने को लेकर हुए विवाद को लेकर कहा, "देखो, मुझे नहीं लगता कि जब वो मैदान पर होते हैं तो उनको किसी पूराने विवाद से फर्क पड़ता है वो बस रन बनाने पर फोक्स करते हैं. और यदि कुछ है भी, तो यह उन्हें रन बनाने के लिए अतिरिक्त प्रेरणा देता है. तो मुझे नहीं लगता कि वो जब मैदान पर गए तो वे चिंतित थे."
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ये सीरीज एक-एक से बराबर है वहीं ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के लिए अंतिम टेस्ट मैच जीतने की आवश्यकता होगी.