नई दिल्ली: क्रिकेट के मैदान पर बल्लेबाज कई तरीके से आउट होते हैं. उन तरीकों में से एक तरीका स्टंपिंग है, जिसके तहत बल्लेबाजों को आउट करार दिया जाता है. अब स्टंपिंग आउट होने के नियम में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) एक बड़ा बदलाव करने जा रही है. इस बदलाव के बाद जहां बल्लेबाजी टीम को फायदा होगा तो वहीं फील्डिंग टीम को बड़ा नुकसान हो सकता है.
आपको बता दें कि स्टंपिंग के लिए साल 2024 में नया नियम लागू किया गया है. इस नियम के तहत जब फील्डिंग टीम स्टंपिंग का रिव्यू लेगी तो डीआरएस में केवल स्टंपिंग की जांच की जाएगी. इससे पहले स्टंपिंग के लिए जब फील्डिंग टीम डीआरएस लेती थी तो सबसे पहले कैच चैक किया जाता था, जिसमें अगर गेंद बल्ले से लगी है तो बल्लेबाजों को वहीं आउट दे दिया जाता था स्टंपिंग तक अंपायर नहीं जाता था. अब नए नियम के साथ स्टंपिंग का डीआरएस लेने पर अंपायर सीधे स्टंपिंग की चांज करेगा कैच की जांच नहीं की जाएगी.
इससे पहले कई टीमें स्टंपिंग का रिव्यू लेती थी और डीआरएस चैकिंग के दौरान उन्हें स्टंपिंग नहीं बल्कि कैच आउट के रूप में विकेट मिल जाती थी क्योंकि थर्ड अंपयार सबसे पहले कैच है या नहीं वो चैक करता था. उसके बाद थर्ड अंपायर स्टंपिंग पर जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा नए नियम के मुताबित स्टंपिंग का डीआरएस लेने पर कैच आउट की विकेट मिलना खत्म हो जाएगा. अब स्टंपिंग के लिए फील्डिंग टीम को अगल तरीके से और कैच के लिए अलग तरीके से अपील करनी होगी. ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर एलेक्स कैरी खास कर कई बार स्टंपिंग रिव्यू की आड में कैच आउट की अपील को अमल में लाते नजर आए हैं.