नई दिल्ली: लोकेश राहुल की कप्तानी वाली पंजाब की टीम ने केकेआर को पांच विकेट से हराया था. इस मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था, अगर त्रिपाठी के जरिए पकड़ा गया कैच अमान्य नहीं करार दिया गया होता, जिस वक्त त्रिपाठी ने कैच पकड़ा. उस समय पंजाब को नौ गेंदों पर 11 रनों की जरूरत थी.
त्रिपाठी ने बाउंड्री पर डाइव लगाकर बेहतरीन कैच पकड़ा, लेकिन मैदानी अंपायर आश्वस्त नहीं थे कि उन्होंने सही तरीके से कैच पकड़ा है या नहीं. इसके बाद यह फैसला तीसरे अंपायर पर छोड़ा गया. तीसरे अंपायर अनिल दांदेकर ने विभिन्न एंगल से कैच को देखा और नॉट आउट देने का फैसला किया.
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मैच के बाद गंभीर और स्वान ने तीसरे अंपायर की आलोचना की. गंभीर ने स्टार स्पोटर्स से कहा, यह चौंकाने वाला था, इससे किसी का अभियान समाप्त हो सकता है. उन्हें रिप्ले को एक से अधिक बार नहीं देखना चाहिए था. अगर उन्होंने राहुल को आउट कर दिया होता तो हालात कुछ और होते.
गंभीर ने कहा, हम आईपीएल में इस तरह के झटके नहीं बर्दाशत कर सकते हैं. वहीं स्वान ने कहा, यह थर्ड अंपायरिंग का सबसे खराब फैसला था, जिसे मैंने अब तक नहीं देखा है.