नई दिल्ली: एलवर्थी का मानना है कि 'इन सभी बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है जिससे खिलाडी अनुशासन में रहेंगे
उन्होंने यह भी कहा कि घर बैठकर मैच देखने वाले दर्शकों के लिए अच्छा है कि मैदान में खिलाड़ियों के बीच की बातचीत सुन सकते है. कभी-कभी तो ऐसा होता है कि कमेंटेटर भी खिलाड़ियों की बातचीत के समय कमेंट्री करना बन्द कर देते है. यह चीज संवेदनशीलता से जुड़ी है पर इसके उपयोग से मैदान पर अच्छा संतुलन बना रहेगा.
आपको बता दे कि पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शैनन गैब्रियल दोनों ही अपनी अभद्रीय टिप्पणियों के कारण विवादों में घिर गए थे. उसके चलते उन पर 4-4 मैचों का प्रतिबंध लगाया गया था.
और वहीं दूसरी ओर अभी हाल ही में धोनी का स्टंप के पीछे 'तू भी नहीं सुनता क्या' यह वाक्या बहुत ही चर्चित रहा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में भारत ने 26 रन से जीत दर्ज की थी. इस जीत में पूर्व कप्तान धोनी का अहम योगदान रहा. फील्डिंग के दौरान धोनी ने युवा गेंदबाज चहल और कुलदीप को कई टिप्स भी दिए कि कैसे और कहां बॉल डालना है.
धोनी की यह बातें स्टंप माइक में रिकॉर्ड हो गईं. उन्होंने कुलदीप से कहा 'वो मारने वाली डाल न, अंदर या बाहर कोई भी' चहल और कुलदीप को उन्हें यह कहते भी सुना गया, 'घूमने वाला डाल घूमने वाला' एक मौके पर कुलदीप यादव की लाइन-लेंथ से नाखुश धोनी ने कहा 'नहीं-नहीं' इतना आगे नहीं' उस समय मैक्सवेल बल्लेबाजी कर रहे थे. माही ने एक मौके पर चहल से कहा, 'तू भी नहीं सुनता क्या. ऐसे-ऐसे डालो'.
'स्टंप माइक का उपयोग बहुत जरूरी है, इससे खिलाडी अनुशासन में रहेंगे'
विश्व कप 2019 के निर्देशक स्टीव एलवर्थी ने कहा की 30 मई 2019 से विश्व कप जो इंग्लेंड में आयोजित हो रहा है उसमें स्टंप माइक उपयोग बहुत जरूरी है.
नई दिल्ली: एलवर्थी का मानना है कि 'इन सभी बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है जिससे खिलाडी अनुशासन में रहेंगे
उन्होंने यह भी कहा कि घर बैठकर मैच देखने वाले दर्शकों के लिए अच्छा है कि मैदान में खिलाड़ियों के बीच की बातचीत सुन सकते है. कभी-कभी तो ऐसा होता है कि कमेंटेटर भी खिलाड़ियों की बातचीत के समय कमेंट्री करना बन्द कर देते है. यह चीज संवेदनशीलता से जुड़ी है पर इसके उपयोग से मैदान पर अच्छा संतुलन बना रहेगा.
आपको बता दे कि पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शैनन गैब्रियल दोनों ही अपनी अभद्रीय टिप्पणियों के कारण विवादों में घिर गए थे. उसके चलते उन पर 4-4 मैचों का प्रतिबंध लगाया गया था.
और वहीं दूसरी ओर अभी हाल ही में धोनी का स्टंप के पीछे 'तू भी नहीं सुनता क्या' यह वाक्या बहुत ही चर्चित रहा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में भारत ने 26 रन से जीत दर्ज की थी. इस जीत में पूर्व कप्तान धोनी का अहम योगदान रहा. फील्डिंग के दौरान धोनी ने युवा गेंदबाज चहल और कुलदीप को कई टिप्स भी दिए कि कैसे और कहां बॉल डालना है.
धोनी की यह बातें स्टंप माइक में रिकॉर्ड हो गईं. उन्होंने कुलदीप से कहा 'वो मारने वाली डाल न, अंदर या बाहर कोई भी' चहल और कुलदीप को उन्हें यह कहते भी सुना गया, 'घूमने वाला डाल घूमने वाला' एक मौके पर कुलदीप यादव की लाइन-लेंथ से नाखुश धोनी ने कहा 'नहीं-नहीं' इतना आगे नहीं' उस समय मैक्सवेल बल्लेबाजी कर रहे थे. माही ने एक मौके पर चहल से कहा, 'तू भी नहीं सुनता क्या. ऐसे-ऐसे डालो'.
नई दिल्ली: विश्व कप 2019 के निर्देशक स्टीव एलवर्थी ने कहा की 30 मई 2019 से विश्व कप जो इंग्लेंड में आयोजित हो रहा है उसमें स्टंप माइक उपयोग बहुत जरूरी है.
एलवर्थी का मानना है कि 'इन सभी बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है जिससे खिलाडी अनुशासन में रहेंगे'
उन्होंने यह भी कहा कि घर बैठकर मैच देखने वाले दर्शकों के लिए अच्छा है कि मैदान में खिलाड़ियों के बीच की बातचीत सुन सकते है. कभी-कभी तो ऐसा होता है कि कमेंटेटर भी खिलाड़ियों की बातचीत के समय कमेंट्री करना बन्द कर देते है. यह चीज संवेदनशीलता से जुड़ी है पर इसके उपयोग से मैदान पर अच्छा संतुलन बना रहेगा.
आपको बता दे कि पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शैनन गैब्रियल दोनों ही अपनी अभद्रीय टिप्पणियों के कारण विवादों में घिर गए थे. उसके चलते उन पर 4-4 मैचों का प्रतिबंध लगाया गया था.
और वहीं दूसरी ओर अभी हाल ही में धोनी का स्टंप के पीछे 'तू भी नहीं सुनता क्या' यह वाक्या बहुत ही चर्चित रहा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में भारत ने 26 रन से जीत दर्ज की थी. इस जीत में पूर्व कप्तान धोनी का अहम योगदान रहा. फील्डिंग के दौरान धोनी ने युवा गेंदबाज चहल और कुलदीप को कई टिप्स भी दिए कि कैसे और कहां बॉल डालना है.
धोनी की यह बातें स्टंप माइक में रिकॉर्ड हो गईं. उन्होंने कुलदीप से कहा 'वो मारने वाली डाल न, अंदर या बाहर कोई भी' चहल और कुलदीप को उन्हें यह कहते भी सुना गया, 'घूमने वाला डाल घूमने वाला' एक मौके पर कुलदीप यादव की लाइन-लेंथ से नाखुश धोनी ने कहा 'नहीं-नहीं' इतना आगे नहीं' उस समय मैक्सवेल बल्लेबाजी कर रहे थे. माही ने एक मौके पर चहल से कहा, 'तू भी नहीं सुनता क्या. ऐसे-ऐसे डालो'.
Conclusion: