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ETV BHARAT EXCLUSIVE: रचिन रवींद्र के नाना उन्हें भारत के साथ वर्ल्ड कप फाइनल खेलते देखना चाहते हैं - रचिन रविंद्र माता

Rachin Ravindra maternal grandfather Balakrishna Interview: न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र के पिता उनके पहले शिक्षक थे. उन्हें डोसा सहित दक्षिण भारतीय खाना भी बहुत पसंद है. उनके नाना बालकृष्ण ने ईटीवी भारत के कुमारा सुब्रमण्य एस के साथ एक विशेष बातचीत में रचिन रवींद्र के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य साझा किए और वह युवा बल्लेबाज को मेजबान भारत के खिलाफ फाइनल में खेलते हुए भी देखना चाहते हैं.

rachin ravindra
रचिन रविंद्र
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 7, 2023, 3:56 PM IST

बेंगलुरु : न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज रचिन रवींद्र भारत में चल रहे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. बाएं हाथ के बल्लेबाज, जिनका नाम उनके पिता ने भारत के पूर्व खिलाड़ियों- महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ - के नाम पर रखा था - मार्की टूर्नामेंट के वर्तमान संस्करण में पहले ही 3 शतक लगा चुके हैं और शानदार फॉर्म में हैं.

इसमें कोई संदेह नहीं है कि रचिन रवींद्र कई और शतक बनाएंगे और न्यूजीलैंड के लिए भविष्य के स्टार बनेंगे.

रचिन का ननिहाल और पैतृक घर कर्नाटक में है और उनके नाना-नानी राजधानी बेंगलुरु में रहते हैं. उनके नाना टीए बालकृष्ण 19 नवंबर को भारत के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले फाइनल में रचिन रवींद्र को खेलते हुए और अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना चाहते हैं.

अपने नाना बालकृष्ण के साथ रचिन रविंद्र
अपने नाना बालकृष्ण के साथ रचिन रविंद्र

बालकृष्ण ने कहा, 'टीम इंडिया ने विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने अब तक (वर्ल्ड कप 2023 में) जो भी मैच खेले हैं उनमें जीत हासिल की है. मैं न्यूजीलैंड और भारत को फाइनल में खेलते देखना पसंद करूंगा. रचिन (रवींद्र) मैच में अच्छा खेलें और टीम इंडिया चैंपियन बने'.

अपने नाती की यात्रा के बारे में बोलते हुए, बालकृष्ण ने याद किया कि 1997 में रचिन के माता-पिता काम के लिए न्यूजीलैंड चले गए और उन्हें वहां की नागरिकता मिल गई. रचिन का जन्म 1999 में वहीं हुआ था. उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति उनके पहले शिक्षक थे. रवि कृष्णमूर्ति को क्लब क्रिकेट खेलने का अनुभव था. वह क्लब क्रिकेट मैचों के लिए अपने पिता के साथ विभिन्न राज्यों में गए थे'.

युवा रचिन रविंद्र
युवा रचिन रविंद्र

बालकृष्ण ने विस्तार से बताया, 'वहां से उनका क्रिकेट के प्रति प्रेम बढ़ता गया. उनके पिता और माता ने क्रिकेट के प्रति उनके जुनून के कारण उनका नाम रचिन रखा, जिसमें सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के नाम भी शामिल हैं'.

5 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मौजूदा आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के ओपनिंग मैच में गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाकर इस युवा खिलाड़ी ने खुद को बड़े मंच पर घोषित किया. इसके बाद राहुल द्रविड़ ने रचिन रवींद्र की प्रशंसा की थी'.

बालकृष्ण ने कहा, 'न्यूजीलैंड में, रचिन और (केन) विलियमसन घरेलू क्रिकेट में एक ही टीम के लिए खेलते हैं. इसलिए केन को रवींद्र की खेलने की क्षमता के बारे में अच्छी तरह से पता है. मुझे उम्मीद है कि उन्हें और मौके मिलेंगे. और मैं उन्हें अच्छे मौकों के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं. यह सुनकर अच्छा लगा हमारे देश (भारत) के वरिष्ठ खिलाड़ी उनके खेल की खुले दिल से सराहना करते हैं'.

  • The Roar for Rachin Ravindra when he completed his Hundred at the Chinnaswamy.

    - Rachin Ravindra, What a player, The Star! pic.twitter.com/RjpEpF4hkK

    — CricketMAN2 (@ImTanujSingh) November 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस बीच, जब बालाकृष्णन से रचिन रवींद्र की खाने की पसंद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'वह (रचिन) खुद को खेल के लिए अधिक समर्पित करते हैं. वह डाइट पर ज्यादा रहते हैं. लेकिन उन्हें दक्षिण भारतीय खाना बहुत पसंद है. खासकर डोसा और इडली. उन्हें घर का खाना पसंद है. जब भी वह बेंगलुरु आते हैं तो व्यंजनों का स्वाद चखते हैं'.

भारत के युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल, ईशान किशन, शुभमन गिल और ऋषभ पंत की तरह, रचिन न्यूजीलैंड में एक उभरती हुई प्रतिभा है.

यहां एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में, रचिन ने इस विश्व कप का अपना तीसरा वनडे शतक बनाया और 25 साल के होने से पहले विश्व कप के एक संस्करण में सर्वाधिक वनडे शतकों के क्रिकेट आइकन सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.

बालकृष्ण ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में जाकर मैच देखा. हालांकि, उन्होंने अफसोस जताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के नियमों के कारण वह विश्व कप के दौरान अपने नाती से नहीं मिल पाए. उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच बेंगलुरु में हुए मैच के लिए मैं मैदान पर गया था. मैं खुश था. रचिन ने वहां शतक बनाया था'.

बालकृष्ण ने कहा, 'मैंने मैच के बाद उनसे मिलने की कोशिश की. लेकिन, आईसीसी प्रोटोकॉल के अनुसार, मुझे अनुमति नहीं दी गई. विश्व कप के दौरान उनसे मिलने और देखने में सक्षम नहीं हूं. वह टूर्नामेंट के बाद सीधे न्यूजीलैंड जाएंगे. पिछले साल ( 2022) में उन्होंने बेंगलुरु में हमारे साथ छुट्टियां बिताईं थी'.

बालाकृष्णन ने कहा कि वह विश्व कप के बाद न्यूजीलैंड जाएंगे और अंत में उन्होंने कहा कि रचिन न्यूजीलैंड के लिए खेल रहे थे और साथ-साथ पढ़ाई भी कर रहे थे. रचिन रवींद्र ने 20 वनडे मैचों की 16 पारियों में 108.54 की स्ट्राइक रेट और 47.47 की औसत से 712 रन बनाए हैं. 123 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है.

वास्तव में उभरता हुआ कीवी सितारा अपने मूल देश में चमक रहा है!

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बेंगलुरु : न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज रचिन रवींद्र भारत में चल रहे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. बाएं हाथ के बल्लेबाज, जिनका नाम उनके पिता ने भारत के पूर्व खिलाड़ियों- महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और वर्तमान भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ - के नाम पर रखा था - मार्की टूर्नामेंट के वर्तमान संस्करण में पहले ही 3 शतक लगा चुके हैं और शानदार फॉर्म में हैं.

इसमें कोई संदेह नहीं है कि रचिन रवींद्र कई और शतक बनाएंगे और न्यूजीलैंड के लिए भविष्य के स्टार बनेंगे.

रचिन का ननिहाल और पैतृक घर कर्नाटक में है और उनके नाना-नानी राजधानी बेंगलुरु में रहते हैं. उनके नाना टीए बालकृष्ण 19 नवंबर को भारत के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले फाइनल में रचिन रवींद्र को खेलते हुए और अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना चाहते हैं.

अपने नाना बालकृष्ण के साथ रचिन रविंद्र
अपने नाना बालकृष्ण के साथ रचिन रविंद्र

बालकृष्ण ने कहा, 'टीम इंडिया ने विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने अब तक (वर्ल्ड कप 2023 में) जो भी मैच खेले हैं उनमें जीत हासिल की है. मैं न्यूजीलैंड और भारत को फाइनल में खेलते देखना पसंद करूंगा. रचिन (रवींद्र) मैच में अच्छा खेलें और टीम इंडिया चैंपियन बने'.

अपने नाती की यात्रा के बारे में बोलते हुए, बालकृष्ण ने याद किया कि 1997 में रचिन के माता-पिता काम के लिए न्यूजीलैंड चले गए और उन्हें वहां की नागरिकता मिल गई. रचिन का जन्म 1999 में वहीं हुआ था. उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति उनके पहले शिक्षक थे. रवि कृष्णमूर्ति को क्लब क्रिकेट खेलने का अनुभव था. वह क्लब क्रिकेट मैचों के लिए अपने पिता के साथ विभिन्न राज्यों में गए थे'.

युवा रचिन रविंद्र
युवा रचिन रविंद्र

बालकृष्ण ने विस्तार से बताया, 'वहां से उनका क्रिकेट के प्रति प्रेम बढ़ता गया. उनके पिता और माता ने क्रिकेट के प्रति उनके जुनून के कारण उनका नाम रचिन रखा, जिसमें सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के नाम भी शामिल हैं'.

5 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मौजूदा आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के ओपनिंग मैच में गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाकर इस युवा खिलाड़ी ने खुद को बड़े मंच पर घोषित किया. इसके बाद राहुल द्रविड़ ने रचिन रवींद्र की प्रशंसा की थी'.

बालकृष्ण ने कहा, 'न्यूजीलैंड में, रचिन और (केन) विलियमसन घरेलू क्रिकेट में एक ही टीम के लिए खेलते हैं. इसलिए केन को रवींद्र की खेलने की क्षमता के बारे में अच्छी तरह से पता है. मुझे उम्मीद है कि उन्हें और मौके मिलेंगे. और मैं उन्हें अच्छे मौकों के लिए शुभकामनाएं भी देता हूं. यह सुनकर अच्छा लगा हमारे देश (भारत) के वरिष्ठ खिलाड़ी उनके खेल की खुले दिल से सराहना करते हैं'.

  • The Roar for Rachin Ravindra when he completed his Hundred at the Chinnaswamy.

    - Rachin Ravindra, What a player, The Star! pic.twitter.com/RjpEpF4hkK

    — CricketMAN2 (@ImTanujSingh) November 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस बीच, जब बालाकृष्णन से रचिन रवींद्र की खाने की पसंद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'वह (रचिन) खुद को खेल के लिए अधिक समर्पित करते हैं. वह डाइट पर ज्यादा रहते हैं. लेकिन उन्हें दक्षिण भारतीय खाना बहुत पसंद है. खासकर डोसा और इडली. उन्हें घर का खाना पसंद है. जब भी वह बेंगलुरु आते हैं तो व्यंजनों का स्वाद चखते हैं'.

भारत के युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल, ईशान किशन, शुभमन गिल और ऋषभ पंत की तरह, रचिन न्यूजीलैंड में एक उभरती हुई प्रतिभा है.

यहां एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में, रचिन ने इस विश्व कप का अपना तीसरा वनडे शतक बनाया और 25 साल के होने से पहले विश्व कप के एक संस्करण में सर्वाधिक वनडे शतकों के क्रिकेट आइकन सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.

बालकृष्ण ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में जाकर मैच देखा. हालांकि, उन्होंने अफसोस जताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के नियमों के कारण वह विश्व कप के दौरान अपने नाती से नहीं मिल पाए. उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच बेंगलुरु में हुए मैच के लिए मैं मैदान पर गया था. मैं खुश था. रचिन ने वहां शतक बनाया था'.

बालकृष्ण ने कहा, 'मैंने मैच के बाद उनसे मिलने की कोशिश की. लेकिन, आईसीसी प्रोटोकॉल के अनुसार, मुझे अनुमति नहीं दी गई. विश्व कप के दौरान उनसे मिलने और देखने में सक्षम नहीं हूं. वह टूर्नामेंट के बाद सीधे न्यूजीलैंड जाएंगे. पिछले साल ( 2022) में उन्होंने बेंगलुरु में हमारे साथ छुट्टियां बिताईं थी'.

बालाकृष्णन ने कहा कि वह विश्व कप के बाद न्यूजीलैंड जाएंगे और अंत में उन्होंने कहा कि रचिन न्यूजीलैंड के लिए खेल रहे थे और साथ-साथ पढ़ाई भी कर रहे थे. रचिन रवींद्र ने 20 वनडे मैचों की 16 पारियों में 108.54 की स्ट्राइक रेट और 47.47 की औसत से 712 रन बनाए हैं. 123 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है.

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