कोलकाता: पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह का कहना है कि वह कभी किसी भी इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी में जम नहीं पाए. युवराज 2011 में विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे. वह उस विश्व कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी चुने गए थे. वो एक बार आईपीएल खिताब जीतने वाली सनराइजर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा रह चुके हैं.
वह लीग के इस साल खेले गए 12वें संस्करण में विजेता बनी मुंबई इंडियंस का भी हिस्सा थे.
युवराज को चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स ने लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया है. इस मौके पर युवराज ने कहा, "मैंने जितनी भी फ्रेंचाइजी में खेला वहां जम नहीं पाया. मैं कोलकाता नाइट राइडर्स में चला गया था लेकिन अंतिम समय पर मुझे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने खरीद लिया. मेरा शायद सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सीजन बैंगलोर के साथ ही गुजरा. यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि मैं कोलकाता फ्रेंचाइजी में नहीं आ पाया."
2014 की आईपीएल नीलामी में युवराज सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे. उन्होंने बैंगलोर ने 14 करोड़ की राशि में अपने नाम किया था.
सनराइजर्स ने जब पहली बार 2016 में आईपीएल खिताब जीता था तब युवराज उस टीम का हिस्सा थे. 2019 में हुई नीलामी के पहले राउंड में युवराज को किसी ने भी नहीं खरीदा था, लेकिन बाद में मुंबई ने उन्हें एक करोड़ रुपये में खरीदा.
इस सीजन मुंबई के लिए चार मैच खेलने वाले युवराज ने कहा, "मैं इसके बारे में शिकायत भी नहीं कर सकता. सभी टीमों के साथ मैंने अच्छा समय बिताया. मुंबई इंडियंस के साथ होना और विजेता बनना साथ ही सनराइजर्स के साथ खिताब जीतना मेरे लिए शानदार था."