ETV Bharat / sports

संजय बांगड़ ने कोच के पद से हटने के बाद दिए कई बड़े बयान - बांगड़

भारतीय क्रिकेट टीम के साथ अपना पांच साल का करार खत्म करने वाले बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने कहा है कि वो तुरंत ही देश के बाहर से मिलने वाले प्रस्तावों को कबूल नहीं करेंगे. बांगड़ को हाल ही में इस पद से हटा दिया गया है और विक्रम राठौर को टीम के नए बल्लेबाजी कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई.

Sanjay Bangar
author img

By

Published : Sep 11, 2019, 5:22 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 6:13 AM IST

नई दिल्ली : साल 2014 में भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच का पद संभालने वाले बांगड़ का वेस्टइंडीज दौरे खत्म होने के साथ ही बतौर कोच सफर समाप्त हो गया.

बांगड़ को अपने काम पर गर्व है

भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री के कोचिग स्टाफ में सिर्फ एक तब्दीली हुई है और उसमें बांगर को बाहर जाना पड़ा है. पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी को हालांकि इस बात का मलाल नहीं है, बल्कि वो अपने कार्यकाल पर गर्व कर रहे हैं. एक वेबसाइट ने बांगर के हवाले से लिखा है, "मैं पांच साल से सफर कर रहा हूं. मुझे नहीं लगता कि मैं भारत के बाहर के प्रस्ताव तुरंत ले सकता हूं."

महेंद्र सिंह धोनी के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़, Sanjay Bangar
महेंद्र सिंह धोनी के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़


टीम ने शानदार प्रदर्शन किया



उन्होंने कहा, "निराश होना एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, जो कुछ दिनों तक रहती है लेकिन मुझे लगता है कि बीसीसीआई, डंकन फ्लैचर, अनिल कुंबले और रवि शास्त्री ने मुझे भारत की सेवा करने के लिए पांच साल दिए."

उन्होंने कहा, "2014 के बाद से टीम ने जो प्रगति की है और खुशी के साथ टेस्ट में नंबर-1 बनी, वो भी तीन साल तक लगातार. हमने इस दौरान 52 टेस्ट खेले और 30 में जीत हासिल की, जिसमें से 13 जीत विदेशों में हासिल की गई थी. हम वनडे में भी बाकी देशों में जीते. सिर्फ एक चीज जो नहीं हो पाई वो है विश्व कप."

Sanjay Bangar, rahane
अजिक्य रहाणे के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़



नंबर 4 का विकल्प नहीं मिला



बांगर को हटाने की पीछे की वजह नंबर-4 के लिए ठोस विकल्प न ढूंढ़ना बताई गई थी. उन्होंने कहा, "पूरा टीम प्रबंधन और चयनकर्ता नंबर-4 को लेकर लिए गए फैसलों में हिस्सेदार थे. चुनाव मौजूदा फॉर्म, फिटनेस पर होना था."



विराट और रोहित बड़े बल्लेबाज बनकर उभरे



बांगर के समय में ही विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े बल्लेबाज बनकर उभरे. रोहित शर्मा और शिखर धवन के रूप में भारत को मजबूत सलामी जोड़ी मिली और टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा भी टीम की मजबूत कड़ी बने. हालांकि इसी दौरान लोकेश राहुल, मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी चिंता का विषय रही.



रहाणे ने लगाया शतक



बांगर ने कहा, "रहाणे बीते 18 महीनों में कई बार 50 को 100 में नहीं बदल पाए. उन्होंने जोहान्सबर्ग, नॉटिंघम और एडिलेड में मिली जीतों में सहयोग दिया. मैं उनके लिए खुश हूं कि वो वेस्टइंडीज में अंतत: तीन अंकों में पहुंचने में सफल हो सके."

virat kohli, Sanjay Bangar
कप्तान विराट कोहली के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़



मुरली विजय के लिए लय हासिल करना मुश्किल



उन्होंने कहा, "जहां तक विजय की बात है, जब एक खिलाड़ी सिर्फ एक प्रारूप खेलता है तो उसके सामने अचानक से लय हासिस करने की चुनौती होती है वो भी अगर आप विदेशों में सलामी बल्लेबाजी करते हो तो और मुश्किल होता है."

नई दिल्ली : साल 2014 में भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच का पद संभालने वाले बांगड़ का वेस्टइंडीज दौरे खत्म होने के साथ ही बतौर कोच सफर समाप्त हो गया.

बांगड़ को अपने काम पर गर्व है

भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री के कोचिग स्टाफ में सिर्फ एक तब्दीली हुई है और उसमें बांगर को बाहर जाना पड़ा है. पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी को हालांकि इस बात का मलाल नहीं है, बल्कि वो अपने कार्यकाल पर गर्व कर रहे हैं. एक वेबसाइट ने बांगर के हवाले से लिखा है, "मैं पांच साल से सफर कर रहा हूं. मुझे नहीं लगता कि मैं भारत के बाहर के प्रस्ताव तुरंत ले सकता हूं."

महेंद्र सिंह धोनी के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़, Sanjay Bangar
महेंद्र सिंह धोनी के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़


टीम ने शानदार प्रदर्शन किया



उन्होंने कहा, "निराश होना एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, जो कुछ दिनों तक रहती है लेकिन मुझे लगता है कि बीसीसीआई, डंकन फ्लैचर, अनिल कुंबले और रवि शास्त्री ने मुझे भारत की सेवा करने के लिए पांच साल दिए."

उन्होंने कहा, "2014 के बाद से टीम ने जो प्रगति की है और खुशी के साथ टेस्ट में नंबर-1 बनी, वो भी तीन साल तक लगातार. हमने इस दौरान 52 टेस्ट खेले और 30 में जीत हासिल की, जिसमें से 13 जीत विदेशों में हासिल की गई थी. हम वनडे में भी बाकी देशों में जीते. सिर्फ एक चीज जो नहीं हो पाई वो है विश्व कप."

Sanjay Bangar, rahane
अजिक्य रहाणे के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़



नंबर 4 का विकल्प नहीं मिला



बांगर को हटाने की पीछे की वजह नंबर-4 के लिए ठोस विकल्प न ढूंढ़ना बताई गई थी. उन्होंने कहा, "पूरा टीम प्रबंधन और चयनकर्ता नंबर-4 को लेकर लिए गए फैसलों में हिस्सेदार थे. चुनाव मौजूदा फॉर्म, फिटनेस पर होना था."



विराट और रोहित बड़े बल्लेबाज बनकर उभरे



बांगर के समय में ही विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े बल्लेबाज बनकर उभरे. रोहित शर्मा और शिखर धवन के रूप में भारत को मजबूत सलामी जोड़ी मिली और टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा भी टीम की मजबूत कड़ी बने. हालांकि इसी दौरान लोकेश राहुल, मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी चिंता का विषय रही.



रहाणे ने लगाया शतक



बांगर ने कहा, "रहाणे बीते 18 महीनों में कई बार 50 को 100 में नहीं बदल पाए. उन्होंने जोहान्सबर्ग, नॉटिंघम और एडिलेड में मिली जीतों में सहयोग दिया. मैं उनके लिए खुश हूं कि वो वेस्टइंडीज में अंतत: तीन अंकों में पहुंचने में सफल हो सके."

virat kohli, Sanjay Bangar
कप्तान विराट कोहली के साथ पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़



मुरली विजय के लिए लय हासिल करना मुश्किल



उन्होंने कहा, "जहां तक विजय की बात है, जब एक खिलाड़ी सिर्फ एक प्रारूप खेलता है तो उसके सामने अचानक से लय हासिस करने की चुनौती होती है वो भी अगर आप विदेशों में सलामी बल्लेबाजी करते हो तो और मुश्किल होता है."

Intro:Body:

भारतीय क्रिकेट टीम के साथ अपना पांच साल का करार खत्म करने वाले बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा है कि वो तुरंत ही देश के बाहर से मिलने वाले प्रस्तावों को कबूल नहीं करेंगे.  बांगड़ को हाल ही में इस पद से हटा दिया गया है और विक्रम राठौर को टीम के नए बल्लेबाजी कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई.



नई दिल्ली : साल 2014 में भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच का पद संभालने वाले बांगड़ का वेस्टइंडीज दौरे खत्म होने के साथ ही बतौर कोच सफर समाप्त हो गया.



बांगड़ को अपने काम पर गर्व है



भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री के कोचिग स्टाफ में सिर्फ एक तब्दीली हुई है और उसमें बांगर को बाहर जाना पड़ा है. पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी को हालांकि इस बात का मलाल नहीं है, बल्कि वो अपने कार्यकाल पर गर्व कर रहे हैं.

एक वेबसाइट ने बांगर के हवाले से लिखा है, "मैं पांच साल से सफर कर रहा हूं. मुझे नहीं लगता कि मैं भारत के बाहर के प्रस्ताव तुरंत ले सकता हूं."





टीम ने शानदार प्रदर्शन किया





उन्होंने कहा, "निराश होना एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है, जो कुछ दिनों तक रहती है लेकिन मुझे लगता है कि बीसीसीआई, डंकन फ्लैचर, अनिल कुंबले और रवि शास्त्री ने मुझे भारत की सेवा करने के लिए पांच साल दिए."



उन्होंने कहा, "2014 के बाद से टीम ने जो प्रगति की है और खुशी के साथ टेस्ट में नंबर-1 बनी, वो भी तीन साल तक लगातार. हमने इस दौरान 52 टेस्ट खेले और 30 में जीत हासिल की, जिसमें से 13 जीत विदेशों में हासिल की गई थी. हम वनडे में भी बाकी देशों में जीते. सिर्फ एक चीज जो नहीं हो पाई वो है विश्व कप."





नंबर 4 का विकल्प नहीं मिला





बांगर को हटाने की पीछे की वजह नंबर-4 के लिए ठोस विकल्प न ढूंढ़ना बताई गई थी. उन्होंने कहा, "पूरा टीम प्रबंधन और चयनकर्ता नंबर-4 को लेकर लिए गए फैसलों में हिस्सेदार थे. चुनाव मौजूदा फॉर्म, फिटनेस पर होना था."





विराट और रोहित बड़े बल्लेबाज बनकर उभरे





बांगर के समय में ही विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े बल्लेबाज बनकर उभरे. रोहित शर्मा और शिखर धवन के रूप में भारत को मजबूत सलामी जोड़ी मिली और टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा भी टीम की मजबूत कड़ी बने. हालांकि इसी दौरान लोकेश राहुल, मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी चिंता का विषय रही.





रहाणे ने लगाया शतक





बांगर ने कहा, "रहाणे बीते 18 महीनों में कई बार 50 को 100 में नहीं बदल पाए. उन्होंने जोहान्सबर्ग, नॉटिंघम और एडिलेड में मिली जीतों में सहयोग दिया. मैं उनके लिए खुश हूं कि वो वेस्टइंडीज में अंतत: तीन अंकों में पहुंचने में सफल हो सके."





मुरली विजय के लिए लय हासिल करना मुश्किल





उन्होंने कहा, "जहां तक विजय की बात है, जब एक खिलाड़ी सिर्फ एक प्रारूप खेलता है तो उसके सामने अचानक से लय हासिस करने की चुनौती होती है वो भी अगर आप विदेशों में सलामी बल्लेबाजी करते हो तो और मुश्किल होता है."


Conclusion:
Last Updated : Sep 30, 2019, 6:13 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.