ढाका: आईसीसी द्वारा दो साल का प्रतिबंध लगने के बाद शाकिब ने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि वो इस खेल से बेहद प्यार करते हैं और इस प्रतिबंध से बेहद दुखी हैं.
शाकिब अल हसन ने कहा, ''मुझे बेहद दुख है कि जिस खेल से मैं प्यार करता हूं, उससे खेलने से मुझपर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन मैंने इस मामले की जानकारी आईसीसी को नहीं दी जिसको मैं स्वीकारता हूं. आईसीसी एसीयू भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ती है जिसमें खिलाड़ियों बहुत बड़ी भुमिका है पर मैं अपना कर्तव्य नहीं निभा सका."
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शाकिब ने आगे कहा, “दुनिया भर के अधिकांश खिलाड़ियों और प्रशंसकों की तरह, मैं चाहता हूं कि क्रिकेट एक भ्रष्टाचार मुक्त खेल हो और मैं आईसीसी एसीयू टीम के साथ ऐसे कार्यक्रमों का समर्थन करूंगा और युवा खिलाड़ियों को सही दिशा दिखाने का काम करूंगा जिससे वो ये गल्ती ना दौहराए जो मैंने की."