मुंबई : बीसीसीआई के आला अधिकारी आज आईसीसी अध्यक्ष शशांक मनोहर से मुलाकात के दौरान डोपिंग निरोधक नीति पर अपने प्रस्ताव और भविष्य के वैश्विक टूर्नामेंटों में दो करोड़ 20 लाख डालर की कर छूट का मसला उठाएगे
बीसीसीआई की ओर से प्रशासकों की तीन सदस्यीय समिति सीईओ राहुल जोहरी के साथ मनोहर से मिलेगी.
दुबई में आईसीसी बोर्ड की बैठक के दौरान भारत में घरेलू डोपिंग निरोधक कार्यक्रम को लेकर वाडा की चिंताओं से सदस्यों को अवगत कराया गया था. वाडा के प्रावधानों के तहत बीसीसीआई को राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी के दायरे में आना होगा जिससे वह अभी तक बचता रहा है.
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने हालांकि कहा , "क्रिकेटरों के मूत्र के नमूनों की जांच राष्ट्रीय डोप टेस्ट प्रयोगशाला में हो रही है. शीर्ष क्रिकेटरों के ठौर ठिकाने की सूचना नियमित तौर पर वाडा के डाटाबेस में डाली जा रही है. हम खिलाड़ियों के बायोलाजिकल पासपोर्ट भी बना रहे हैं."
ऐसा माना जाता है कि बीसीसीआई नमूनों को इकट्ठा करने में नाडा की गलतियों को लेकर डोजियर पेश कर सकता है ताकि स्पष्ट कर सके कि नाडा के डोप नियंत्रण अधिकारियों पर उसे भरोसा नहीं है.
टैक्स को लेकर हो सकती है बातचीत
टी20 विश्व कप 2021 और 2023 वनडे विश्व कप को लेकर करीब 150 करोड़ रूपये की कर छूट के मामले में बीसीसीआई इस रकम के भुगतान की वैकल्पिक योजना के साथ तैयार है. भारत में कर कानून कर छूट की इजाजत नहीं देते और ऐसी संभावना है कि आईसीसी श्रीलंका या बांग्लादेश को इसकी मेजबानी दे सकता है.
उन्होंने कहा, "आईसीसी चेयरमैन ने साफ तौर पर कहा कि बीसीसीआई अगर कर छूट का इंतजाम नहीं कर सकता तो उसे यह रकम देनी होगी. हमने आम चुनाव तक का समय दिया है. हमने वैकल्पिक योजना तैयार रखी है."
ऐसा समझा जाता है कि बीसीसीआई ने इस संदर्भ में मेजबान प्रसारकों और अपने प्रायोजकों से इस बारे में बात की है.