सिडनी: ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा उस्मान ख्वाजा को केंद्रीय अनुबंध में जगह न देने के फैसले पर सवाल उठाए हैं. आने वाले साल के अनुबंध की सूची गुरुवार को जारी कर दी गई जिसमें सीमित ओवरों के कई विशेषज्ञों को आने वाले टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए जगह मिली है.
ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सिर्फ नौ टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं. उन्होंने अपना अंतिम टी-20 मैच सितंबर 2016 में खेला था.
एक शो पर क्लार्क ने ख्वाजा को लेकर कहा, "मुझे इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा है कि एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और बीते 10 साल में उनके द्वारा बनाए गए रन उन्हें ऑस्ट्रेलिया में शीर्ष-20 खिलाड़ियों की सूची में जगह दिलाने के लिए काफी नहीं हैं."
क्लार्क और कोच जस्टिन लैंगर के बीच मतभेद की खबरें भी हैं जो एक सीरीज द्वारा ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बनाई गई सीरीज में दिखाई दी गई है. ख्वाजा ने एशेज-2019 के बाद से ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम के लिए क्रिकेट नहीं खेली है.
क्लार्क ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह कुछ निजी खुन्नस है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह निजी नहीं है. मुझे नहीं लगता कि लैंगर इस तरह के इंसान हैं."
ख्वाजा और मार्कस स्टोइनिस यह दो नाम हैं जो सूची से गायब हैं.
बता दें कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने मार्नस लाबुशेन को 20 खिलाड़ियों को केंद्रीय अनुबंधित सूची में शामिल करने की गुरुवार को घोषणा की जबकि बाएं हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को इस सूची से बाहर कर दिया गया है. पांच साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब ख्वाजा केंद्रीय अनुबंध सूची से बाहर हुए हैं.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने जिन छह नए नामों को केंद्रीय अनुबंधित सूची में शामिल करने की घोषणा की है, उनमें लाबुशेन के अलावा, मिशेल मार्श, एश्टन एगर, जोए बर्न्स, केन रिचर्डसन और मैथ्यू वेड शामिल हैं.