हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के युवा स्पिनर राहुल चाहर ने ईटीवी भारत से बातचीत कर अपने लॉकडाउन रूटीन, अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के बारे में बात करने के अलावा कोविड-19 के कारण क्रिकेट में बदले गए नियम पर अपनी राय रखी. उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी एक-दूसरे से अलग है.
लॉकडाउन में किस तरह हो रही है प्रैक्टिस?
लॉकडाउन रूटीन के बारे में बात करते हुए राहुल ने कहा है कि उनका खुद का ग्राउंड है इसलिए प्रैक्टिस चल रही है और इसमें कोई बाधा नहीं आ रही है. उन्होंने कहा, "यहां हमारा खुद का ग्राउंड है तो हमारी प्रैक्टिस चल रही है. सुबह वर्कआउट करते है और शाम को प्रैक्टिस तो हमको ज्यादा फर्क नहीं पड़ा रहा है क्योंकि खुद का ग्राउंड है इसलिए मेहनत जारी है."
सुबह जगने के बारे में बताया कि जब प्रॉपर लॉकडाउन था तब देर से उठते थे लेकिन अभी जल्दी उठने हैं क्योंकि सुबह वर्कआउट करना होता है और बैडमिंटन खेलने जाते हैं.
पहली बार नीली जर्सी पहन कर कैसा लगा?
20 वर्षीय गेंदबाज ने कहा, "बिलकुल ड्रीम कम ट्रू था वो. पिछला साल मेरे लिए काफी अहम था." उन्होंने घरेलू क्रिकेट का जिक्र कर बताया, "घरेलू क्रिकेट की बात बताऊं तो पूरे साल में मैंने 70-80 विकेट्स लिए थे. फिर आईपीएल भी अच्छा रहा था और इंडिया ए में भी अच्छी गेंदबाजी की थी. तो 2019 मेरे लिए बहुत खास था."
गौरतलब है कि राहुल चाहर ने साल 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच से भारत के लिए डेब्यू किया था. उन्होंने अपने पहले मैच में कार्लोस ब्रेथवेट का विकेट भी लिया था. उन्होंने उस विकेट को याद कर कहा, "वो विकेट मेरे लिए बहुत खास था, वो मेरा भारत के लिए पहला विकेट था. वो विंडीज के कप्तान भी थे और टी-20 के दिग्गज खिलाड़ी माने जाते हैं तो इसलिए मेरे लिए वो बहुत खास विकेट था."
आपको बता दें कि जिस मैच से राहुल ने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था उस मैच में उनके साथ उनके बड़े भाई दीपक चाहर भी खेल रहे थे. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "उनके साथ खेलने की आदत है तो मेरे लिए काफी आसान हो गया था. जब मैं कोई गलती करता हूं तो वो समझा देते थे. दोनों की गेंदबाजी में कोई भी दिक्कत आती है तो एक-दूसरे को बता देंते हैं, क्योंकि इतने सालों से खेलते हुए देख रहे हैं. वैसे ज्यादातर भैया (दीपक चाहर) ही बताते हैं, इसलिए मेरे लिए थोड़ा आसान हो जाता है जब वो साथ होते हैं."
डेब्यू मैच के दौरान दीपक ने कोई टिप दी थी, इस बात पर उन्होंने कहा, "जब मैंने एक ओवर डाला तो उन्होंने कहा कि प्रेशर में लग रहा है, प्रेशर फील मत कर, जैसे आईपीएल में खेलता है वैसे ही खेल. कॉन्फिडेंस दे रहे थे."
आईपीएल के ऑक्शन के वक्त घर का माहौल कैसा रहता है?
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस टीम के गेंदबाज राहुल ने बताया, "अभी तक दो बार ऑक्शन हुआ था, जब पिछला वाला ऑक्शन हुआ था तब मैं देख ही नहीं रहा था, मेरी बहन ने मुझे फोन कर के बताया था. वहीं, पापा-मम्मी साथ में बैठ कर देख रहे थे. बोली अच्छी लगी तो सबको मिठाई बांटी थी."
मुंबई इंडियंस की हार के बाद ड्रेसिंग रूम का माहौल कैसा रहता है?
राहुल ने कहा, "सब लोग चुपचाप अपने-अपने कमरे में चले जाते हैं. अगले मैच के बारे में सोचते हैं क्योंकि मुंबई इंडियंस को हार पसंद नहीं है. फिर वो अगले मैच में फोकस करना शुरू कर देते हैं और अगला मैच जीतने का जुनून रहता है."
गौरतलब है कि रोहित शर्मा ने खुलासा किया था कि मुंबई इंडियंस के ड्रेसिंग रूम में एक दिन स्ट्रीट फूड का इंतजाम किया जाता है. उस दिन के बारे में बताते हुए राहुल ने कहा, "हां, ऐसा होता है. कुछ लोग रिक्वेस्ट करते हैं तो इंतजाम किया जाता है. चाट-पापड़ी, वड़ा पाव जैसी चीजें मिलती हैं. मैं भी थोड़ा सा टेस्ट कर ही लेता हूं."
रोहित शर्मा और विराट कोहली की कप्तानी के बारे में क्या बोले राहुल चाहर?
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में खेल चुके राहुल ने कहा, "दोनों की कप्तानी ज्यादा अलग नहीं है. दोनों के तरीके अलग हैं. दोनों ही टीम को जिताना चाहते हैं. दोनों की यही खास बात है कि दोनों बहुत अच्छे से ट्रीट करते हैं, छोटे भाई की तरह मानते हैं और कॉन्फिडेंस देते हैं."
कोरोनावायरस के कारण क्रिकेट में बदलाव के बारे में भी बोले राहुल
बिना दर्शकों के मैच किस तरह अलग होंगे, इसपर राहुल ने कहा, "काफी फर्क पड़ेगा, जोश भी कम होगा. जब दर्शक होते हैं तो अलग एनर्जी लेवल होता है. लेकिन अब ये मैच रणजी ट्रॉफी जैसे खेलने जैसा ही लगेगा."
आईसीसी ने गेंद पर लार लगाना बैन कर दिया है, इस बारे में राहुल ने कहा, "मुझे लगता है कि वनडे और टी-20 में फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन टेस्ट मैच में फर्क पड़ेगा क्योंकि विकेट लेने के लिए रेड बॉल को चमकाना बहुत जरूरी है लेकिन देखेंगे कोई नया तरीका ढूंढ लेंगे. वैसे पसीने से भी गेंद को चमकाया जा सकता है."
राहुल से पूछा गया कि मास्क पहन कर किस तरह गेंदबाजी की जा सकती है और मास्क पहन कर कैसे विकेट सेलिक्रेट करेंगे, इसपर राहुल ने कहा कि मजा तो नहीं आएगा लेकिन कुछ न होने से बेहतर है कि कुछ हो.
राहुल ने बताया, "अगर यही शर्त है तो कुछ तो क्रिकेट होगी और मास्क पहन पर दौड़ने का फर्क तो पड़ेगा क्योंकि खिलाड़ी बहुत जल्दी थकेंगे, सांस लेते में दिक्कत होगी."