लंदन: इंग्लैंड फुटबॉल टीम के कोच गैरेथ साउथगेट ने नेशंस लीग के अपने पहले मैच में आइसलैंड के खिलाफ मिली 1-0 की जीत के बाद टीम के प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर की है. रहीम स्टरलिंग द्वारा अंतिम समय में पेनाल्टी पर किए गए गोल के दम पर इंग्लैंड ने यूईएफए नेशंस लीग के मैच में आइसलैंड को 1-0 से हराकर तीन अंक हासिल कर लिया.
मैच के 70वें मिनट में काइल वॉल्कर को रेफरी ने दूसरा पीला कार्ड दिखाया और इसी कारण वॉल्कर को बाहर जाना पड़ा था. इसके कारण इंग्लैंड की टीम भी 10 खिलाड़ियों की रह गई थी.
साउथगेट ने कहा, "मैदान से बाहर भेजना जाहिर तौर पर एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि मुझे लगा कि दूसरे हाफ में हम और भी अधिक नियंत्रण में थे."
उन्होंने कहा, "अगर आप 10 खिलाड़ियों के साथ हैं तो किसी भी स्तर पर फुटबॉल मैच को जीतना बहुत मुश्किल है. ये एक सबक हमें सीखना है. ये एक अनावश्यक लाल कार्ड था. और फिर एक और सबक हमें सीखना होगा क्योंकि गेंद को आमंत्रित करने के लिए जैसा हमने किया और जिस तरह से हमने किया (आइसलैंड की पेनाल्टी पर) वास्तव में खराब खेल का बचाव किया."
आइसलैंड को भी पेनाल्टी मिली थी लेकिन बर्र बजारनासन का शॉट टारगेट पर नहीं गया और उसने गोल करने का मौका गंवा दिया.
89वें मिनट में आइसलैंड के सेविर इंगासोन ने फाउल कर दिया और रैफरी ने उन्हें दूसरा पीला कार्ड दिखा मैदान से बाहर भेज दिया जिसके बाद आइसलैंड की टीम 10 खिलाड़ियों की रह गई.
इंग्लैंड को हालांकि मुश्किल और जिद्दी आइसलैंड के सामने जीतने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. अंत में इंग्लैंड को मौका मिला और स्टरलिंग ने हाथ आए मौके को पूरी तरह से भुना के इंग्लैंड को विजयी शुरूआत दी.