मुंबई: मुंबई के कोच रमेश पोवार ने विजय हजारे ट्रॉफी राष्ट्रीय एकदिवसीय चैंपियनशिप में टीम के खिताब का श्रेय टीम के सकारात्मक माहौल और सीनियर खिलाड़ियों के योगदान को दिया.
घरेलू क्रिकेट की दिग्गज टीम मुंबई ने रविवार को फाइनल में उत्तर प्रदेश को हराकर चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जीता.
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी राष्ट्रीय टी20 चैंपियनशिप के लीग चरण से बाहर होने के बाद मुंबई की टीम ने अपने नए कोच और पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर पोवार के मार्गदर्शन में जोरदार वापसी करते हुए विजय हजारे ट्रॉफी जीती.
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पोवार ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अपने बयान में कहा, ''टीम में शामिल सभी 22 खिलाड़ियों को उनकी स्थिति और टीम में भूमिका के बारे में बताया गया था. कड़े अभ्यास और श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, शार्दुल ठाकुर, पृथ्वी शॉ और धवल कुलकर्णी ने अपनी जानकारी साझा करके और टीम में सकारात्मक माहौल बनाकर महत्वपूर्ण योगदान दिया.''
पोवार ने कप्तान पृथ्वी की विशेष रूप से सराहना की जिन्होंने टूर्नामेंट के दौरान तीन रिकॉर्ड बनाए. वह एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक 827 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने जबकि उन्होंने पुडुचेरी के खिलाफ नाबाद 227 रन की पारी खेलकर सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड भी बनाया. पुडुचेरी के खिलाफ उनका यह स्कोर लिस्ट ए में लक्ष्य का पीछा करते हुए किसी भारतीय बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर है.
भारतीय राष्ट्रीय महिला टीम के पूर्व कोच पोवार ने कहा, ''तीन खिलाड़ियों के भारतीय टीम से जुड़ने के बाद पृथ्वी ने कप्तान के रूप में जिम्मेदारी निभाई और योगदान दिया.''
कोच ने कहा कि सभी खिलाड़ी प्रभाव छोड़ने के लिए उत्सुक थे.
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रिकॉर्ड 41 बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीतने वाले मुंबई ने रविवार को पृथ्वी के तूफानी अर्धशतक और आदित्य तारे के नाबाद शतक की बदौलत उत्तर प्रदेश के 313 रन के लक्ष्य को चार विकेट गंवाकर आसानी से हासिल कर लिया.