कोलंबो: श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या ने कहा है कि वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा लगाए गए दो साल के प्रतिबंध को खेल के भले के लिए स्वीकार करते हैं. लेकिन यह साफ है कि उनके ऊपर किसी तरह से भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी और आंतरिक जानकारी का गलत उपयोग करने के आरोप नहीं हैं.
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आईसीसी ने जयसूर्या को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. आईसीसी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि जयसूर्या को आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) की दो संहिताओं के उल्लंघन करने का दोषी पाया है.
एक रिपोर्ट द्वारा जयसूर्या द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "मुझे जो सजा दी गई है, उसे मैं क्रिकेट के प्रति प्यार की खातिर, इसके भले और इसकी ईमानदारी को बनाए रखने के लिए स्वीकार करता हूं."
आपको बता दें जयसूर्या पर लगा प्रतिबंध श्रीलंका में क्रिकेट में एसीयू के भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी जांच का एक हिस्सा है. एसीयू ने हाल ही में श्रीलंकाई क्रिकेट के संबंध में एक माफी योजना का आयोजन किया था, जिसके परिणामस्वरूप 11 खिलाड़ी सामने आए थे. जयसूर्या को जिन दो धाराओं के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, उनमें से एक जांच में सहयोग न करने तथा दूसरी समय पर जरूरी दस्तावेज मुहैया न कराने के हैं.
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श्रीलंका चयन समिति के पूर्व मुखिया जयसूर्या ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भले ही मैंने अधिकारियों द्वारा मांगी गयी सारी जानकारी आईसीसी एसीयू को उपलब्ध कराई थी लेकिन आईसीसी एसीयू ने मुझ पर संहिता के तहत आरोप लगाना उचित समझा हालांकि भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी या आंतरिक सूचना के दुरूपयोग का कोई आरोप नहीं था.'
उन्होंने कहा, "मैं इस बात को दोहराता हूं कि मैंने अपने क्रिकेट करियर में हमेशा खेल की ईमानदारी को बनाए रखी है. मैंने हमेशा अपने देश को पहले रखा है और क्रिकेट को पसंद करने वाली जनता इस बात की सबूत है."
गौरतलब है इस प्रतिबंध के बाद अब जयसूर्या 2021 तक क्रिकेट से जुड़ी किसी भी तरह की गतिविधि में भाग नहीं ले सकते हैं.