मुंबई : भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के तौर पर एक बार फिर रवि शास्त्री को चुना गया है. ये फैसला क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी ने शुक्रवार को मुंबई में सुनाया. आपको बता दें कि रवि शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने कई उपलब्धियां हालिस कीं लेकिन कई बड़ी हार का भी सामना किया, लेकिन फिर भी शास्त्री की इन तीन काबिलियत के कारण उनको दोबारा टीम इंडिया से जोड़ा गया है-
1) संवाद करने की क्षमता : रवि शास्त्री की इस योग्यता पर कोई सवाल नहीं खड़ा कर सकता. टीम को साथ लेकर चलना और उनसे संवाद करना, अपनी बात समझाना और उनकी बात सुनना रवि शास्त्री की शानदार योग्यता है. खिलाड़ियों का कहना है कि रवि भाई से कोई भी बात शुरू करना बहुत आसान है. आपको पता होता है कि वो आपकी पूरी बात सुनेंगे और सर्वश्रेष्ठ सुझाव देंगे. केवल खिलाड़ियों ही नहीं बीसीसीआई से भी बात संवाद करने के तौर तरीके के कारण सीएसी की हेड कोच बनने के लिए पहली पसंद रवि शास्त्री थे.
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3) युवाओं को मौका देना : बतौर हेड कोच रवि शास्त्री ने हमेशा युवा खिलाड़ियों पर विश्वास जताया है. ऋषभ पंत, पृथ्वी शॉ और जसप्रीत बुमराह को टेस्ट क्रिकेट में लाना रवि शास्त्री का प्लान था.