मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के भविष्य के सितारे पृथ्वी शॉ को डोपिंग का दोषी पाया गया है. वह डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं. पृथ्वी शॉ पर 15 नंवबर तक बैन लगा दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2019 में पृथ्वी शॉ का यूरिन टेस्ट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान एंटी डोपिंग प्रोग्राम के तहत लिया गया था. इसमे नमूने में टर्ब्यूटलाइन पदार्थ की मात्रा पाई गई है, जो कि प्रतिबंधित दवाओं की सूची में शामिल है.
बीसीसीआई ने बयान में कहा, "मुंबई क्रिकेट संघ से पंजीकृत पृथ्वी शॉ को डोपिंग के नियमों के उल्लंघन के कारण निलंबित कर दिया गया है. शॉ ने प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया था, जो आमतौर पर खांसी की दवाई में पाया जाता है."
16 जुलाई, 2019 को शॉ को बीसीसीआई के डोपिंग रोधी नियमों (एडीआरवी) के उल्लंघन का दोषी पाते हुए निलंबति किया गया. शॉ ने अपने ऊपर लगे आरोपों को माना, लेकिन कहा कि उन्होंने अनजाने में इस पदार्थ का सेवन किया.
बीसीसीआई ने शॉ द्वारा दिए गए तर्क को कबूल किया है और उन्हें 15 नवंबर तक के लिए निलंबित किया गया है.