नई दिल्ली: दिल्ली कैपिटल्स के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ आईपीएल-13 में पांच मैचों में दो अर्धशतक जमा चुके हैं और एक बार आठ रनों से अर्धशतक से चूक चुके हैं.
इस बार उनका औसत पिछली बार से अच्छा है. पिछले साल उनका औसत 22.06 और 2018 में 27.22 है. इस सीजन उनका औसत 35 के करीब है.
विशेषज्ञों के मुताबिक शॉ ने अपनी तकनीक में बदलाव किया है. शॉ थोड़ा ऑफ स्टम्प की तरफ आए हैं और अपने आप को लेग साइड में खुलने और रन करने का मौका दिया है.
दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने कहा है कि शॉ अपने खेल का विश्लेष्ण कर रहे हैं. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, "शॉ का पिछला पैर ऑफ स्टम्प से ज्यादा दूर जा रहा था और ऑफ स्टम्प की तरफ आकर उन्होंने इसकी भरपाई की है."
पोंटिंग ने सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान कहा, "वो तकनीकी रूप से काफी अच्छे हैं. वो तेज गेंदबाजी और स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ अच्छा खेलते हैं. उन्होंने ये बदलाव खेलने के लिए किया. उन्होंने फिर आज हमें अच्छी शुरुआत दिलाई."
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और मुख्य चयनकर्ता रहे दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि इस तरह के बदलाव टी-20 क्रिकेट के लिए काफी अहम हैं.
वेंगसरकर ने कहा, "वो बेहद प्रतिभशाली बल्लेबाज हैं जिनके पास ऑन साइड और ऑफ साइड दोनों तरफ शॉट्स हैं. इस तरह के बदलाव इस प्रारूप के लिए जरूरी है साथ ही ये गेंदबाज को देखते हुए कि वो किस लाइन पर गेंदबाजी करते हैं और फील्ड प्लेसमेंट क्या है, इसलिए भी जरूरी है."
पावर प्ले में फाइन लेग ऊपर रहता है इसलिए थोड़ा सा ऑफ साइड पर आकर आपको ज्यादा रन करने के मौके मिलते हैं.
वेंगरसकर ने हालांकि कहा कि ये कोई पक्का नियम जैसा नहीं होना चाहिए.
मुंबई के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "आपको गेंदबाज की लाइन और लैंग्थ के अलावा फील्डिंग के मुताबिक रणनीति बनाना चाहिए. इस तरह के बदलाव क्रीज पर किए जा सकते हैं. उनके पास ऑफ स्टम्प पर भी शॉट्स हैं. आप जब बदलाव करते हो तो आपको ये नहीं भूलना चाहिए कि आपके मजबूत पक्ष भी हैं और उन्हें भूलना नहीं चाहिए."