नई दिल्ली: अगले महीने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाले महिला टी20 चैलेंज में भाग लेने के लिए लगभग 30 भारतीय खिलाड़ियों को 13 अक्टूबर को मुंबई पहुंचने के लिए कहा गया है लेकिन पृथकवास की जरूरतों के कारण तीन टीमों की इस प्रतियोगिता के लिए उनकी तैयारियों पर सवालिया निशान लग गया है.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने अभी तक टीमें घोषित नहीं की हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर खेलने वाली भारतीय खिलाड़ियों को उनके चयन के बारे में सूचित कर दिया गया है. देश के विभिन्न हिस्सों से मुंबई पहुंचने के बाद खिलाड़ियों को एक सप्ताह से भी अधिक समय तक पृथकवास पर रहना होगा और इस बीच उनका कई बार परीक्षण किया जाएगा.
खिलाड़ियों के 22 अक्टूबर को यूएई रवाना होने की संभावना है जिसके बाद उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग ले रहे पुरुष खिलाड़ियों की तरह वहां भी छह दिन तक पृथकवास में रहना होगा. ये सभी खिलाड़ी तीन आरटी पीसीआर परीक्षण नेगेटिव आने के बाद जैव सुरक्षित वातावरण में प्रवेश करेंगी.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, "खिलाड़ियों को सूचित कर दिया गया है और वॉट्सएप ग्रुप बना दिया गया है. अंडर-19 वर्ग की कुछ खिलाड़ियों को भी चुना गया है. इससे उन्हें काफी अनुभव मिलेगा."
टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुकी मिताली राज और झूलन गोस्वामी फिर से टूर्नामेंट में खेलेंगी. संभावना है कि सभी चारों मैच शारजाह में आयोजित किए जाएंगे जहां आईपीएल के 12 मैच होंगे. तीनों आईपीएल स्थलों में से यहां का मैदान सबसे छोटा है.
मुंबई और यूएई में पृथकवास पर रहने के बाद खिलाड़ियों के पास परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिए केवल एक सप्ताह का समय होगा. उन्होंने पिछले छह महीनों से कोई मैच नहीं खेला है. आईपीएल टीम एक महीने पहले यूएई पहुंच गई थी.
एक खिलाड़ी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, "ये निश्चित तौर पर चुनौती होगी. हम निजी तौर पर अभ्यास कर रही थी लेकिन मैच अभ्यास से इसकी तुलना नहीं की जा सकती है. ऐसे में अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं होगा."
बीसीसीआई प्रतियोगिता के लिए विदेशी खिलाड़ियों के नामों को अंतिम रूप दे रहा है. इनमें से अधिकतर खिलाड़ी पड़ोसी देशों श्रीलंका और बांग्लादेश की होंगी. इसके अलावा इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की वे खिलाड़ी भी इसमें शामिल हैं जिनके पास महिला बिग बैश लीग का अनुबंध नहीं है.