लाहौर: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सोमवार को पुष्टि की कि मध्यक्रम बल्लेबाज उमर अकमल पर लगाए गए तीन साल के प्रतिबंध को घटाकर 18 महीने किए जाने के फैसले के खिलाफ वह खेल पंचाट में अपील करेगा.
पीसीबी की अनुशासन समिति ने भ्रष्टाचार रोधि नियमों का उल्लंघन करने के मामले में अकमल पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन स्वतंत्र अधिनिर्णायक ने अपने फैसले की समीक्षा करने के बाद अकमल पर लगे तीन साल के प्रतिबंध को घटाकर 18 महीने का कर दिया था.
पीसीबी ने कहा कि वह भ्रष्टाचार रोधि नियमों के अनुच्छेद 7.5.4 के तहत स्वतंत्र अधिनिर्णायक के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील करेगा.
पीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के तहत ऐडजुडिकेटर के फैसले के खिलाफ अपील स्विट्जरलैंड स्थित खेल पंचाट में ही की जा सकती है.
पीसीबी ने एक बयान में कहा, " पीसीबी भ्रष्टाचार विरोधी मामलों को बहुत गंभीरता से लेता है और जीरो टोलेरेंस की नीति रखता है. पीसीबी का मानना है कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई भ्रष्टाचार विरोधी व्याख्यान में भाग लेने के बाद उमर अकमल जैसे सीनियर क्रिकेटर को इसके परिणामों के बारे में पता था. लेकिन इसके बाद भी वह इससे संबंधित अधिकारी को इसकी रिपोर्ट करने में विफल रहे."
पीसीबी ने अप्रैल में अकमल पर तीन साल तक के लिए क्रिकेट की सभी गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन स्वतंत्र अधिनिर्णायक ने उनके प्रतिबंध को घटाकर 18 महीने का कर दिया था. अकमल का बैन अब फरवरी 2020 से अगस्त 2021 तक प्रभावी होगा.
पाकिस्तान के लिए 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी 20 मैच खेलने वाले अकमल ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया था कि भारत के खिलाफ मैच से हटने के लिए उन्हें पैसों की पेशकश की गई थी. उन्होंने साथ ही यह भी कहा था कि सट्टेबाजों ने उन्हें दो गेंद छोड़ने के लिए कहा था.