हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भारतीय टीम को पूरी बदलने के लिए के लिए श्रेय दिया जाता है. वे इसलिए बी मशहूर थे क्योंकि वे युवा खिलाड़ियो का समर्थन करते थे, उनकी कप्तानी में दिग्गज खिलाड़ी जैसे हरभजन सिंह, जहीर खान, युवराज सिंह, इरफान पठान और एमएस धोनी निकल कर सामने आए हैं.
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अनुभवी विकेटकीपर पार्थिव पटेल, जिन्होंने गांगुली की कप्तानी में 17 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू मैच खेला था, उन्होंने साल 2003 की ऑस्ट्रेलिया की एक टेस्ट सीरीज को याद किया. उन्होंने एडिलेड में खेले गए एक मैच को याद करते हुए कहा कि स्टंपिग मिस करने के बावजूद किस तरह गांगुली ने उनका समर्थन किया था.
पार्थिव ने कहा, "कई किस्से हैं जब गांगुली ने हमको बैक किया था, सिर्फ एक नहीं है. मैं 2-3 साल दादा की कप्तानी में खेला हूं. मुझे याद है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में मैंने एक स्टंपिंग मिस कर दी थी और वो मैच हम जीत गए थे. उसके बाद जब हम मेलबर्न और सिडनी गए, दादा ने कहा कि हम सब साथ में खाना खाएंगे. जब हम शाम को साथ में चाय पी रहे थे, वो बिस्किट के डब्बे के साथ घूमा करते थे."
पार्थिव ने आगे कहा, "वो शाम को हमको अपने कमरे में बुलाते थे और आत्मविश्वास देते थे, वो कहते थे कि वे हमारे साथ हैं हमको किसी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है और हम टीम से बाहर नहीं होंगे."